असम में धूम -धाम से मना आजादी का जश्न
असम में बाढ़ की भयावह स्थिति के बीच मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस समारोह का जश्न मनाया गया। राज्य में बाढ़ से 20 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 30 लाख से अधिक लोग इससे प्रभावित हुए हैं।
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने खानापारा में पशुचिकित्सा कॉलेज के परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उनके मंत्रिमंडल के मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने विभिन्न जिलों में तिरंगे फहराए।
भ्रष्टाचार घटा है और पारदर्शिता बढ़ी है
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टोलेरेंस की नीति अपनाई है ताकि सरकारी कामकाज में पारदर्शिता लाई जा सके।उन्होंने कहा, “हमारी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ है और इसी के परिणामस्वरूप कई घोटालों का पर्दाफाश हुआ है। इन्हीं प्रयासों से सरकारी कामकाज में भ्रष्टाचार घटा है और पारदर्शिता बढ़ी है।”
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विदेशियों का पता लगाकर उन्हें निर्वासित कर सकें
सोनोवाल ने यह भी कहा कि उनका प्रशासन असम समझौते को लागू करने को लेकर प्रतिबद्ध है। सोनोवाल ने कहा, “नागरिकों के राष्ट्रीय पंजीकर (एनआरसी) के उन्नयन के लिए नए कदम उठाए गए हैं ताकि हम राज्य में अवैध रूप से रह रहे विदेशियों का पता लगाकर उन्हें निर्वासित कर सकें।”
3,000 से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं
सोनोवाल ने भयावह बाढ़ का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार प्रत्येक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के प्रभावितों की मदद के प्रयास कर रही है। स्वतंत्रता दिवस के जश्न के दौरान गुवाहाटी में हजारों की संख्या में लोग साइकिल, मोटरसाइकिल से झंडा लहराते हुए सड़कों पर उतरे।राज्य में बीते कुछ दिनों से बाढ़ की वजह से 25 जिलों के 3,000 से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं।
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