सीबीआई ने एमनेस्टी के दफ्तर पर मारा छापा
विदेशी फंडिंग में गड़बड़ी का बड़ा आरोप
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकार के लिए काम करने वाली संस्था एमनेस्टी के बेंगलुरु स्थित दफ्तर पर सीबीआई ने छापेमारी की है।
एमनेस्टी इंटरनैशनल ग्रुप पर नियमों का उल्लंघन करते हुए विदेशी फंडिंग हासिल करने का आरोप है।
अभी एमनेस्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
एमनेस्टी इंटरनैशनल ग्रुप पर नियमों का उल्लंघन करते हुए विदेशी फंडिंग हासिल करने का आरोप है।
अभी एमनेस्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
इसके पूर्व ब्रिटेन की मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल के बेंगलुरु स्थित दफ्तर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 25 अक्टूबर, 2018 को छापा मारा था।
एमनेस्टी सरकार पर उसे डराने का आरोप लगा रही है।
विदेशी फंडिंग में हेरफेर जैसे आरोप
ईडी का कहना था कि विदेशी फंडिंग में हेरफेर जैसे आरोपों के चलते यह कार्रवाई की गई है।
ईडी ने अपने बयान में कहा है कि एमनेस्टी इंटरनेशनल ने विदेशी फंडिंग नियमों का उल्लघंन करते हुए 36 करोड़ रुपये हासिल किए हैं।
वहीं एमनेस्टी का कहना है कि भारत सरकार मानवाधिकार संस्थाओं के भीतर डर पैदा करना चाहती है।
संस्था ने ट्वीट कर कहा, “ईडी के ये छापे सरकार का मानवाधिकार संस्थाओं को परेशान करने वाला रवैया दिखाते हैं।
यह बात बिल्कुल साफ है कि सरकार ऐसी संस्थाओं में डर पैदा करना चाहती है।”
ईडी वित्त मंत्रालय के अधीन काम करने वाली संस्था है. एमनेस्टी से पहले ईडी ने पर्यावरण मुद्दों पर काम करने वाली संस्था ग्रीनपीस के बेंगलुरु ऑफिस में 11 अक्टूबर को छापे मारे थे।
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