बनारस में प्रत्याशियों को नामांकन से रोका जा रहा-कामेडियन श्याम रंगीला
राजस्थान के रहनेवाले श्याम रंगीला ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेजा पत्र
राजस्थान के रहनेवाले कॉमेडियन श्याम रंगीला ने उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट के रिटर्निंग अधिकारी पर जानबूझकर ढ़िलाई बरतने के आरोप लगाते हुए भारत चुनाव आयोग को पत्र भेजकर शिकायत की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने चुनौती देने का मन बनाकर बनारस पहुंचे श्याम रंगीला ने मीडिया को बताया कि सोमवार को वह नामांकन करने पहुंचे थे. लेकिन रिटर्निंग अधिकारी और उनके कर्मचारी की ढ़िलाई के कारण नामांकन दाखिल करने से वंचित रह गए. उनका आरोप है कि यह सब जानबूझ कर किया जा रहा हैं. नामांकन दाखिल करने आये लोगों को घंटों खड़ा कराकर रखने के बाद उन्हें लौटा दिया गया. उन्होंने कई लोगों को रोते और लोकतंत्र की हत्या होते देखा.
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मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेज गये शिकायती पत्र में श्याम रंगीला ने कहा कि नामांकन की औपचारिकताएं पूरी होने बाद भी वाराणसी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में अनेकों उम्मीदवारों को नामांकन करने से रोका जा रहा है. नामांकन की गति को बिल्कुल धीमी कर उम्मीदवारों को रिटर्निंग ऑफिसर के ऑफिस के बाहर ही रोक दिया गया था और उन्हें ऑफिस में जाने नहीं दिया जा रहा है. इससे अनेकों उम्मीदवार अपना नामांकन करने से वंचित हो गये. रंगीला ने मंगलवार को नामांकन के अंतिम दिन का हवाला देते हुए एक बार फिर गैर कानूनी और मनमाना कार्य होने की आशंका जताई है. इसके साथ ही मुख्य निर्वाचन आयुक्त से रिटर्निंग अधिकारी कक्ष की कार्यशैली को संज्ञान में लेते हुए तत्काल प्रभाव से कार्यवाही की अपील की. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहाकि उन्हें नामांकन पर्चा भरने नही दिया जा रहा है.पीएम मोदी के सामने चुनाव लड़ने का ऐलान करने के बाद से ही श्याम रंगीला ट्रेंड में हैं.
हमारी शिकायत हमने मेल कर दी है, निवेदन है आप @ECISVEEP ज़रूर मेल देखें
धन्यवाद pic.twitter.com/PPfAcjg5ka— Shyam Rangeela (@ShyamRangeela) May 13, 2024
यूट्यूब चैनल से कमाई 100 हजार, कहा- नामांकन के लिए 25 हजार रूपये भी नहीं
वाराणसी संसदीय क्षेत्र से पीएम मोदी के खिलाफ ताल ठोकनेवाले कामेडियन श्याम रंगीला ने सोशल मीडिया पर अपने को आर्थिक रूप से कमजोर बताया था. दावा किया था कि मेरे पास नामांकन दाखिल करने के लिए जमानत राशि के रूप में 25 हजार रूपये भी नही हैं. वह जनता से सहयोग लेकर चुनाव लड़ेंगे. जबकि सोशल मीडिया से उनकी कमाई ज्यादा बताई जा रही है. उम्मीदवारी की घोषणा के बाद मीडिया से बातचीत में खुद श्याम रंगीला ने कहा कि उनके पास सोशल मीडिया पर 25 लाख फालोअर्स तो हैं, मगर नामांकन के लिए 25 हजार रुपए भी नहीं है. वह नामांकन खर्च व चुनाव प्रचार में वाहनों की व्यवस्था क्राउड फंडिंग के जरिए करेंगे. लेकिन श्याम रंगीला की यूट्यूब चैनल से कमाई ज्यादा बताई जा रही है. श्याम रंगीला मशहूर कॉमेडियन हैं. वह पीएम मोदी व राहुल गांधी समेत कइयों की मिमिक्री करते हैं. कॉमेडी वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड करते हैं।@ShyamRangeela यूट्यूब चैनल पर 948K subscribers हैं. NetWorthSpot नाम की एक वेबसाइट कहती है कि यूं तो श्याम रंगीला की संपत्ति स्पष्ट नहीं है, मगर अनुमान है कि श्याम रंगीला की यूट्यूब चैनल से कमाई $100 हजार के आस-पास है।
आज लोकतंत्र का गला घुटते अपनी आँखों से देखा है, मैं नेता नहीं कॉमेडियन हूँ ,फिर भी नामांकन दाखिल करने निकला, सोचा जो होगा देखा जाएगा, लेकिन ये जो हो रहा है ना तो सोचा था ना देखा जा रहा🙏🏽
प्रस्तावक भी थे, फॉर्म भी भरा हुआ था, बस कोई लेने को तैयार नहीं था, कल फिर कोशिश करेंगे pic.twitter.com/Uf6VZNK4sJ— Shyam Rangeela (@ShyamRangeela) May 13, 2024
राजस्थान के मानकथेरी गांव के हैं श्याम रंगीला
श्याम रंगीला उर्फ श्याम सुंदर का जन्म 25 अगस्त 1994 को राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की पीलीबंगा तहसील के गांव मानकथेरी में हुआ. श्याम रंगीला के पिता जवाहर लाल किसान हैं. वर्ष 2013 में इनके परिवार ने अपना मूल गांव मानकथेरी छोड़कर पड़ोसी जिले श्रीगंगानगर के रायसिंहनगर के मोकामावाला गांव में आ गए. श्याम रंगीला की शुरुआती पढ़ाई गांव मानकथेरी से हुई. यहां आठवीं तक पढ़ाई हुई और इसके बाद इंटर तक पढ़ाई सूरतगढ़ और साल 2012 से 2015 जयपुर में एनिमेशन कोर्स किया.