पत्नी को किया फोन और फिर सुरक्षा गार्ड ने लगा ली फांसी
वाराणसी के लोहता थाना क्षेत्र के गोपालपुर कोरौता निवासी सुरक्षा गार्ड रणविजय सिंह (43) ने न्यू बहादुर मार्केट स्थित अपनी दुकान के पीछे कमरे में शनिवार की रात फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. सूचना पर पुलिस व परिवारवालों के साथ फोरेंसिक टीम पहुंची. पुलिस ने घटनास्थल की जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बताया जाता है कि वह कर्ज के बोझ और पारिवारिक विवाद से परेशान था. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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सुरक्षा गार्ड की नौकरी के साथ दुकान भी चलाता था
मूलरूप से बिहार के औरंगाबाद जिले के बटोई गांव निवासी रणविजय सिंह चेतगंज थाना क्षेत्र के रामकटोरा स्थित एक वाटर पम्प कम्पनी का सुरक्षा गार्ड था. वह गोपालपुर कोरौता में मकान बनवाकर पत्नी शिल्पी सिंह और दो बेटे सचिन सिंह (13) व वीरू सिंह (11) के साथ रहता था. न्यू बहादुर मार्केट में उसने गंगाराम सोनकर के कटरे में 15 वर्ष से दो कमरे की किराये पर दुकान ले रखी थी. परिजनों के अनुसार वह दोपहर 12 बजे रामकटोरा स्थित वाटर पम्प की कम्पनी में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करने जाता था और रात दस बजे घर लौटता था. इसके बाद सुबह छह से दस बजे तक वह न्यू बहादुर मार्केट की दुकान में ब्रेड, बिस्किट आदि बेचता था.
ग्राहक ब्रेड खरीदने पहुंचे तो हुई घटना की जानकारी
शनिवार को रामकटोरा से ड्यूटी के बाद वह घर नही पहुंचा और सीधे दुकान चला गया. इसी दौरान शाम को रणविजय ने पत्नी को फोन किया और कहाकि हम घर नही आएंगे. अब कल से अकेले ही रहना. उसकी फोन पर कही इस बात को पत्नी ने तनाव में कही बात मान लिया. रविवार की सुबह रोज की तरह आसपास के लोग ब्रेड लेने रणविजय की दुकान पर पहुंचे तो आधा शटर खुला था. काफी आवाज लगाने पर अंदर से कोई प्रतिक्रिया नही हुई तो लोगों ने अंदर झांक कर देखा. पीछेवाले कमरे में पंखे की कुंडी से नायलान की रस्सी के सहारे रणविजय का शव लटका हुआ था. इसके बाद लोगों ने कटरा मालिक गंगाराम को सूचना दी. गंगाराम ने पत्नी को फोन कर इसकी जानकारी दी. पति के फांसी लगाने की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया. पत्नी बच्चों संग रोती बिलखती घटनास्थल पर पहुंची. वह रह-रहकर बेहोश हो जा रही थी. जांच में पता चला कि रणविजय सुरक्षा गार्ड की नौकरी, ब्रेड की दुकान चलाने के अलावा आईपीएल का सट्टा भी खेलता था. सट्टा के चलते उसने कुछ लोगों से कर्ज ले लिया था जिससे वह मानसिक तनाव में रह रहा था. इसके कारण परिवार में विवाद हुआ था.