बसपा की जीत सबको चौंकाने वाली है
पिछले तीन चुनावों से हार का मुंह देख रही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को नगर निकाय चुनाव में संजीवनी मिली है। शुक्रवार को घोषित हुए नतीजों में सबको चौंकाते हुए बीएसपी ने 16 नगर निगमों में से दो सीटों पर कब्जा जमाकर सत्तारूढ़ बीजेपी में खलबली मचा दी।बीएसपी ने अलीगढ़ और मेरठ सीट पर कब्जा जमाया। अलीगढ़ में मोहम्मद फुरकान ने बीजेपी के राजीव अग्रवाल को करीब 11 हजार वोटों से हराया। वहीं मेरठ में सुनीता वर्मा ने बीजेपी की कांता करदम को हराकर जीत का परचम लहराया।
पूरे चुनाव परिणाम में चौंकाने वाली बात यह थी कि मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी का खाता भी नहीं खुला। जबकि आमतौर पर गांवों की पार्टी कही जानेवाली बीएसपी ने शहर में भी अपनी धमक छोड़ी। वैसे तो चुनाव नतीजे बीजेपी के पक्ष में ही रहे लेकिन बसपा ने ज्यादातर सीटों पर उसे कड़ी टक्कर दी। आगरा, झांसी, सहारनपुर और फिरोजाबाद सहित तमाम नगर निगम सीटों पर बसपा ने थोक के भाव में वोट प्राप्त किए।
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वैसे तो निकाय चुनाव के परिणाम बीजेपी के पक्ष में ही हैं, लेकिन जिस तरह से बीएसपी का प्रदर्शन रहा है वह वाकई में चौंकाने वाला है। जहां लोग समझ रहे थे कि टक्कर सपा और बीजेपी में होगी, उसके उलट ज्यादातर सीटों पर बीएसपी टक्कर में नजर आई।”
भले ही बीएसपी ने दो सीट ही जीती हों, लेकिन एक बात तो साफ़ हो गई कि उसका दलित वोट टूटा नहीं है। इतना ही नहीं जिस मुस्लिम वोट को लुभाने में सपा और कांग्रेस जुटी हुई थी, वह भी बीएसपी की तरफ ही गया। यह जीत बसपा कार्यकर्ताओं के लिए संजीवनी का काम करेगी।”