मायावती ने अखिलेश से मांगा ये ‘रिटर्न गिफ्ट’

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गोरखपुर और फूलपुर के लोकसभा उपचुनाव में एसपी कैंडिडेट को समर्थन देकर बड़ी जीत दिलाने वाली बीएसपी चीफ मायावती ने अब अखिलेश से ‘रिटर्न गिफ्ट’ सुनिश्चित करने को कहा है। राज्यसभा चुनाव के लिए मायावती ने अखिलेश यादव से अपने कैंडिडेट भीमराव अंबेडकर के समर्थन के लिए 10 समर्पित विधायकों को अलॉट करने को कहा है।

जया बच्चन के खिलाफ क्रॉस वोटिंग का खतरा हो जाएगा

मायावती ने अखिलेश यादव से समर्पित समाजवादी विधायकों को ही आवंटित करने की बात इसलिए कही है ताकि उनके 10 वोट पक्के हो सकें और क्रॉस वोटिंग से बचा जा सके। हालांकि अखिलेश यादव ऐसा करते हैं तो उनके समक्ष 23 मार्च को अपनी पार्टी के उम्मीदवार जया बच्चन को जीत दिलाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। समाजवादी पार्टी के पास कुल 47 विधायक हैं, एक राज्यसभा सीट के लिए 37 वोटों की जरूरत है। यदि समाजवादी पार्टी की ओर से 10 पक्के वोट वाले विधायक बीएसपी को दे दिए जाते हैं तो उसकी अपनी उम्मीदवार जया बच्चन के खिलाफ क्रॉस वोटिंग का खतरा हो जाएगा।

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इन 37 विधायकों में एसपी छोड़ बीजेपी में जाने वाले सांसद नरेश अग्रवाल के बेटे नितिन अग्रवाल भी शामिल हैं। मायावती के करीब सूत्रों ने बताया कि उन्होंने अखिलेश यादव से कहा है कि वह उनके कैंडिडेट को वोट करने के लिए ‘खांटी’ समाजवादी विधायकों को आवंटित करें, जो बीजेपी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग न कर सकें। गोरखपुर और फूलपुर में एसपी कैंडिडेट को बड़ी जीत दिलाने के बाद मायावती ने यह मांग की है।

उम्मीदवारों के लिए विधायकों को अलॉट करना होगा

8 राज्यसभा उम्मीदवारों को आसानी से जीत दिलाने की क्षमता रखने वाली बीजेपी ने नौंवां कैंडिडेट उतारकर असल में सभी पार्टियों के समीकरणों को मुश्किल कर दिया है। नियम के मुताबिक सभी राजनीतिक पार्टियों को अपने उम्मीदवारों के लिए विधायकों को अलॉट करना होगा। एक कैंडिडेट को जीत के लिए 37 वोटों की जरूरत होगी। 47 विधायकों वाली एसपी 10 वोट बीएसपी को दे सकती है।

नरेश अग्रवाल के बीजेपी के पक्ष में वोटिंग करने की पूरी संभावना है, ऐसे में अखिलेश को अंबेडकर या जया में से किसी एक कैंडिडेट को चुनना होगा। 19 विधायकों के साथ मायावती को अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए एसपी के 10, कांग्रेस के 7 और आरएलडी के एक विधायक का सहारा है। तीनों ही दलों ने विधानसभा में पहले ही बीएसपी कैंडिडेट के समर्थन का पत्र सौंप दिया है। ‘समर्थन में चूकी एसपी तो

मुश्किल होगा गठबंधन’

राजनीतिक विश्लेषक जेपी शुक्ला ने कहा, ‘यह राज्यसभा चुनाव एसपी-बीएसपी के संभावित गठबंधन की परीक्षा होगा। यदि एसपी की ओर से बीएसपी कैंडिडेट का समर्थन सुनिश्चित नहीं किया जाता है तो यह मायावती के लिए चिंताजनक बात होगी और गठबंधन की संभावनाएं भी इससे क्षीण होंगी।’

NBT

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