कांग्रेस : बसपा और सपा का साथ है स्वार्थबंधन

0

उत्तर प्रदेश की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में सपा उम्मीदवार को बसपा(bsp) ने समर्थन का ऐलान क्या किया विरोधी बीजेपी तो भड़क ही गई अब कांग्रेस को भी ये साथ रास नहीं आ रहा। कांग्रेस ने सपा-बसपा(bsp) गठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा है कि ये ‘स्वार्थबंधन’ है। कांग्रेस ने इससे पहले उपचुनाव में सपा को समर्थन देने की खबरों से भी इनकार किया था। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर गोरखुपर में पार्टी प्रत्याशी सुरहिता करीम का प्रचार करने उतरे हैं।

जिनको मौका मिलता गया वो धोखा देते गए

उन्होंने कहा कि दो दलों ने जो गठबंधन किया है, वो जनता के हित के लिए नहीं है, बल्कि अपने स्वार्थ के लिए किया है। एक हाथ से दो और एक हाथ से लो। ये राज्यसभा के लिए किया गया गठबंधन है। जिसमें वो एक दूसरे की मदद करने की बात कर रहे हैं। राज बब्बर ने मंगलवार को गोरखपुर की चुनावी जनसभा का वीडियो ट्वीट किया और लिखा है कि जिनको मौका मिला उन्होंने धोखे दिए। अब अक्षमता को सांप्रदायिकता से ढकना चाहते हैं। दूसरी तरफ दो दलों का ‘स्वार्थबंधन’- जनता को नहीं, पदों को निहारा जा रहा है।

also read :  नतीजों के बाद त्रिपुरा में हिंसा, लेफ्ट नेताओं के घर-दफ्तर जलाए

उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन चालबाजियों के बीच जनता जनार्दन से गठबंधन के लिए खड़ी है। बता दें कि चिरप्रतिद्वंद्वी बीएसपी(bsp) और एसपी के बीच उत्तर प्रदेश उपचुनाव में ‘समझौते’ की खबरों के बीच कांग्रेस ने सोमवार को स्पष्ट किया कि वह किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। कांग्रेस ने इस बात पर जोर दिया कि उसके उम्मीदवार उपचुनाव लड़ेंगे। उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा, ‘कांग्रेस ने फूलपुर और गोरखपुर संसदीय सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार पहले ही घोषित कर दिए हैं।

उत्तर प्रदेश और अन्य जगहों पर यह करती रहेगी

कांग्रेस अन्य पार्टियों के बीच बनी सहमति या गठबंधन से अकेले ही मुकाबला करेगी। ‘उन्होंने कहा कि वह उत्तर प्रदेश में पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी या बहुजन समाज पार्टी(bsp) के साथ किसी भी तरह का चुनावी समझौता होने की खबरों को खारिज कर दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘कांग्रेस गरीबों की आवाज उठा रही है और वह उत्तर प्रदेश और अन्य जगहों पर यह करती रहेगी।

करीम को उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतारा है

जब भी कांग्रेस कमजोर हुई है, गरीब की आवाज कमजोर हुई है। ‘गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सपा मिलकर लड़े थे और राहुल गांधी अखिलेश यादव ने कई संयुक्त सभाएं भी की थीं लेकिन 2019 के पहले साथ बनता दिख रहा। उपचुनाव में जहां बसपा(bsp) ने सपा को समर्थन का ऐलान किया है वहीं कांग्रेस ने फूलपुर लोकसभा सीट से मनीष मिश्रा और गोरखपुर लोकसभा सीट से डॉक्टर सुरहिता करीम को उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतारा है।

aajtak

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

 

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More