कर्नाटक चुनाव : वरुणा से नहीं लड़ेंगे येदियुरप्पा के बेटे
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) हो या फिर कांग्रेस, दोनों ही दलों में उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होने के बाद हंगामे का दौर जारी है। कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को इस बात का ऐलान किया कि उनके बेटे बीवाइ विजयेंद्र मैसूर की वरुणा विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे। दरअसल, इस सीट से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र चुनाव लड़ रहे हैं। येदियुरप्पा ने यह अहम घोषणा नंजनगुड में पार्टी द्वारा आयोजित बैठक के दौरान की। इस ऐलान के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज का सहारा लिया।
जानिए, क्या बोले येदियुरप्पा
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष येदियुरप्पा ने कहा, ‘विजयेंद्र आज नामांकन नहीं दाखिल कर रहे हैं, एक सामान्य व्यक्ति (पार्टी कार्यकर्ता) चुनावी मैदान में है और वह ही नामांकन दाखिल करेगा।’ यही नहीं, उन्होंने यह भी कहा, ‘मैं आप सभी से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि उम्मीदवार को समर्थन दें और आशीषित करें ताकि जीत सुनिश्चित हो सके।’
Also Read : AFSPA से मुक्त हुआ मेघालय, अरुणाचल के कुछ हिस्सों में अब भी
जमकर किया प्रचार पर नहीं बने उम्मीदवार
बात की जाए वरुणा विधानसभा सीट पर होने वाले चुनाव की तो उसे कुछ इस तरह से पेश किया जा रहा था कि यह मुकाबला एक पूर्व और एक वर्तमान मुख्यमंत्री के बेटों के बीच होने वाला है। बीजेपी ने भी काफी लंबे समय तक वरुणा सीट पर उम्मीदवार की घोषणा नहीं की। पार्टी द्वारा प्रत्याशी के नाम की घोषणा ना किए जाने तक यह कयास लगाई जा रही थी कि येदियुरप्पा के दूसरे बेटे विजयेंद्र को बतौर उम्मीदवार वरुणा सीट से चुनावी मुकाबले में उतारा जाएगा। खास बात तो यह भी है कि वह खुद भी इस सीट को लेकर रात-रातभर प्रचार करने में जुटे हुए थे, यहां तक कि उन्होंने वरुणा विधानसभा क्षेत्र में एक मकान भी किराए पर ले रखा था।
समर्थकों ने किया उपद्रव, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
बीएस येदियुरप्पा के इस ऐलान के बाद जब वह स्टेज से चले गए तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। कार्यकर्ताओं ने आस-पास रखे फर्नीचर को तोड़ डाला। उन्होंने विजयेंद्र समेत अन्य पार्टी नेताओं की गाड़ियों को रोकने की कोशिश भी की, जिससे वह टिकट ना देने का कारण जान सकें। पुलिस ने कहा कि उन्होंने स्थिति पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया था।