Punjab में भाजपा अब अकेले लड़ेगी लोकसभा चुनाव
BJP और शिरोमणि अकाली दल का नही हो सका गठबंधन
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पंजाब में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी. पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख सुनील जाखड़ ने मंगलवार को सोशल मीडिया के जरिए यह जानकारी दी. यह घोषणा तब हुई है जब शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और भाजपा में लोकसभा चुनाव के लिए एक बार फिर से गठबंधन की अटकलें चल रही थीं. इस दिशा में प्रयास भी होने लगे थे. गौरतलब है कि पंजाब की 13 लोकसभा सीटों के लिए सात चरणों में होनेवाले चुनाव के अंतिम चरण में एक जून को मतदान होगा. इस बीच सुनील जाखड़ ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहाकि भाजपा पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने जा रही है. पार्टी ने लोगों और पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिले ‘फीडबैक’ के आधार पर यह फैसला लिया है.
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उन्होंने कहा यह भी कहाकि पंजाब के किसानों, कार्यकर्ताओं और आमलोगों से बातचीत के बाद यह तह किया गया है कि पंजाब के व्यापारी, मजदूर, पिछड़ा वर्ग सभी के उज्जवल भविष्य के लिए फैसला लिया गया है.
अकाली दल ने पिछले ने पिछले दिनों दे दिया था संकेत
जाखड़ ने कहाकि ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा का काम किसी से छिपा नही है. उन्होंने दावा किय कि पिछले दस सालों में किसानों की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी गई है. सरकार किसानों की हितैषी है. बता दें कि अकाली दल ने पिछले शुक्रवार को कोर कमेटी की बैठक के बाद अकेले चुनाव लड़ने का संकेत दे दिया था. कांग्रेस ने वर्ष 2019 में पंजाब की 13 लोकसभा सीट में से आठ पर जीत हासिल की थी. शिअद और बीजेपी ने तब गठबंधन में चुनाव लड़ते हुए दो-दो सीट जीती थीं. जबकि ‘आप’ ने पंजाब में वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में 117 में से 92 सीट जीतकर जबरदस्त प्रदर्शन किया था. इस लोस चुनाव में वह ज्यादा लोकसभा सीट पर जीतने की तैयारी कर रही है. बता दें इस बार इंडिया गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले हैं.
48 हजार से ज्यादा ट्रांसजेंडर भी लेंगे मतदान में हिस्सा
आपको बता दें कि पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर 1 जून को मतदान होगा. इनमें गुरदासपुर, अमृतसर, खडूर साहिब, जालंधर, होशियारपुर, आनंदपुर साहिब, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट, फिरोजपुर, बठिंडा, संगरूर, पटियाला लोकसभा सीटें हैं. चुनाव में 18 साल के युवा से लेकर 100 साल की उम्र पार कर चुके बुजुर्ग मतदाता हिस्सा लेते हैं. चुनाव आयोग ने बताया कि इस बार मतदान में 21 करोड़ से ज्यादा युवा हिस्सा लेंगे. इसके साथ ही 88.4 लाख से ज्यादा दिव्यांग मतदाता लोकतंत्र को मजबूत करने में योगदान देंगे. वहीं 82 लाख से ज्यादा ऐसे लोग भी हैं, जिनकी उम्र 85 साल से ऊपर है. वहीं 2.18 लाख ऐसे मतदाता भी हैं, जिनकी उम्र 100 साल पार है. इस बार मतदान में 48 हजार से ज्यादा ट्रांसजेंडर भी हिस्सा लेंगे.