यूपी: भाजपा वर्चुअल रैली को बनाएगी ऐतिहासिक, 10 लाख लोगों को जोड़ने की तैयारी
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी पहली वर्चुअल रैली को ऐतिहासिक बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। पहली रैली जो कि 21 जून को पश्चिमांचल से शुरू हो रही है। इसमें खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव शामिल होंगे। इसमें दस लाख से अधिक लोगों को जोड़ने की रूपरेखा तैयार की जा रही है।
भाजपा का संपर्क संवाद कार्यक्रम सफल
प्रदेश के मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित ने बताया, “भाजपा का संपर्क संवाद कार्यक्रम सफल है। इससे कार्यकर्ता उत्साहित हैं। मोदी सरकार 2 के पहले कार्यकाल की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने के लिए 21 जून को पहली जनसंवाद रैली होने जा रही है। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा शामिल होंगे। इसमें पश्चिम और ब्रज क्षेत्र के लोग शामिल होंगे। इसका संचालन लखनऊ से भाजपा मुख्यालय से होगा। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह भी मौजूद रहेंगे। रैली में 10 लाख से अधिक लोग शामिल कराने के लिए मोबाइल से लिंक भेजकर आमंत्रित किया जाएगा।”
उन्होंने बताया, “इसके अलावा प्रत्येक बूथ पर 50 लोग अपने परिवार के साथ इसके लाइव प्रसारण को देखेगें। आत्मनिर्भर भारत अभियान को आगे बढ़ाने के लिए इसे सोशल मीडिया के समस्त प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जाएगा। महिलाओं और नौजवानों को इससे जोड़ने की तेजी से कवायद की जा रही है।”
24 जून को पूर्वाचल की वर्चुअल रैली
पश्चिमांचल के बाद 24 जून को पूर्वाचल की वर्चुअल रैली होगी। इसमें काशी व गोरखपुर क्षेत्र को शामिल किया गया है। पूर्वाचल की रैली को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर संबोधित करेंगे। इसके बाद 27 जून को प्रस्तावित मध्यांचल की जनसंवाद रैली को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी संबोधित करेंगी। इसमें अवध व कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र को शामिल किया गया है।
रैलियों के प्रसारण में सहयोग की जिम्मेदारी
ज्ञात हो कि प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और संगठन महामंत्री सुनील बसंल ने इसकी तैयारियों को लेकर कई प्रकार की बैठकें भी की हैं। फेसबुक, यू-ट्यूब व ट्विटर सहित अन्य डिजिटल माध्यमों से सीधे प्रसारित होने वाली रैलियों के लिए नेटवर्किं ग कार्य भी हो चुका है। संक्रमण बचाव के उपायों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला व क्षेत्रीय पदाधिकारियों को सक्रिय करते हुए मोर्चा व प्रकोष्ठों के कार्यकर्ताओं को भी रैलियों के प्रसारण में सहयोग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
यह भी पढ़ें: राहुल गांधी : मुख्यमंत्री कैसे तय करेगा कौन कहां जाकर कमाएगा और रहेगा?
यह भी पढ़ें: एक बार फिर हुई केजरीवाल और अनिल बैजल के बीच तकरार, जानें वजह…
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। अगर आप हेलो एप्प, डेलीहंट या शेयरचैट इस्तेमाल करते हैं तो हमसे जुड़ें।)