ये क्या कह रहें हैं मंत्री जी… महाभारत काल में इंटरनेट, गणेश की सर्जरी

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बीजेपी नेता अक्सर अपने बयान और अजीबो-गरीब वैज्ञानिक तर्कों को लेकर विवादों में रहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कई केंद्रीय मंत्री सार्वजनिक मंच पर ऐसी बातें कह चुके हैं कि जिनके कारण वो ट्रोल हुए हैं। आइए जानते हैं बीजेपी नेताओं के अजीबोगरीब वैज्ञानिक तर्क…

कुरुक्षेत्र के मैदान में युद्ध में क्या हो रहा है

महाभारत काल में था इंटरनेट और सैटेलाइट… BJP नेता और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा कि महाभारत के दौर में भी इंटरनेट था। उनका मानना है कि संजय ने हस्तिनापुर में बैठकर धृतराष्ट्र को बताया था कि कुरुक्षेत्र के मैदान में युद्ध में क्या हो रहा है। संजय इतनी दूर रहकर आंख से कैसे देख सकते हैं, सो, इसका मतलब है कि उस समय भी तकनीक, इंटरनेट और सैटेलाइट था। उन्होंने कहा कि बीच में बहुत कुछ बदलाव आया है, लेकिन उस जमाने में भी तकनीक थी।

शक्ति की वजह से उन्हें ज्यादा ठंड महसूस होती है

क्लाइमेट चेंज कुछ नहीं होता बढती उम्र के कारण लगती है ठंड…प्रधानमंत्री बनने के बाद 5 सितंबर, 2014 को मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश भर के स्कूली बच्चों से सवाल-जवाब सत्र में हिस्सा लिया था। असम के एक छात्र ने पर्यावरण में आ रहे बदलावों को लेकर अपनी चिंता जाहिर की और प्रधानंत्री से पूछा कि उनकी सरकार इसे रोकने के लिए क्या कदम उठा रही है। इसपर मोदी ने कहा कि हमारे बुजुर्ग हमेशा यह शिकायत करते हैं कि इस बार पिछले साल से अधिक ठंड है। असल में यह उनकी बढ़ती उम्र और सहने की कम होती शक्ति की वजह से उन्हें ज्यादा ठंड महसूस होती है।

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चार्ल्स डार्विन का सिद्धांत गलत…पिछले दिनों पूर्व आईपीएस अधिकारी और वर्तमान में केंद्र में मंत्री सत्यपाल सिंह एक कार्यक्रम के दौरान यह दावा करते नजर आए थे कि मानव के क्रमिक विकास का चार्ल्स डार्विन का सिद्धांत ‘वैज्ञानिक रूप से गलत है’ और स्कूल व कॉलेज पाठ्यक्रम में इसे बदलने की जरूरत है। वासुदेव देवनानी का गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत…राजस्थान के शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत पर ही दावा जता दिया था। उन्होंने कहा था कि, ‘हम सब ने पढ़ा है कि गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत न्यूटन ने दिया था, लेकिन गहराई में जानने पर पता चलेगा कि गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत न्यूटन से एक हजार वर्ष पूर्व ब्रह्मगुप्त द्वितीय ने दिया था।

महान थिअरी और सिद्धांत E=mc2 से काफी बेहतर मानते थे

‘गणेश जी की हुई थी प्लास्टिक सर्जरी… 2014 में एक निजी अस्पताल का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि, ‘विश्व को प्लास्टिक सर्जरी का कौशल भारत की देन है। दुनिया में सबसे पहले गणेश जी की प्लास्टिक सर्जरी हुई थी, जब उनके सिर की जगह हाथी का सिर लगा दिया गया था।’स्टीफन हॉकिंग से अच्छा सिद्धांत वेदों में…विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दावा किया था कि महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग भारतीय वेदों को अल्बर्ट आइंस्टाइन की महान थिअरी और सिद्धांत E=mc2 से काफी बेहतर मानते थे।

हालांकि, जब हर्षवर्धन से इस दावे का प्रमाण मांगा गया, तो उन्होंने कहा, ‘आप लोग सोर्स ढूंढें। इस बात का रेकॉर्ड है कि स्टीफन ने कहा था कि वेदों में इंस्टाइन के दिए फॉर्म्युले से बेहतर फॉर्म्युला है। पुष्पक विमान से आया प्लेन उड़ाने का आयडिया…मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री सत्यपाल सिंह ने IIT छात्रों को कहा था कि पुष्पक विमान से ही दुनिया में विमान बनाने का आइडिया आया।

बाबुजी तलपड़े ने एयरप्लेन का आविष्कार कर दिया था

उन्होंने कहा कि ‘राइट ब्रदर्स’ से पहले ही एक भारतीय शिवकर बाबुजी तलपड़े ने एयरप्लेन का आविष्कार कर दिया था। कहा जाता है कि तलपड़े ने वैदिक ग्रंथों से ही उन्हें सबसे पहले एअरक्राफ्ट का आइडिया दिया था। दावा किया जाता है कि तलपड़े ने साल 1895 में मुंबई के जुहू बीच पर भीड़ के सामने इसका प्रदर्शन भी किया था। वहां बड़ोदा के राजा भी मौजूद थे। एयरक्राफ्ट 1500 फीट की ऊंचाई पर गया था और वहां कुछ मिनट रुका।

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