भाजपा नेता सिद्धार्थनाथ सिंह ने अखिलेश से पूछे ये सवाल
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान के बाद योगी सरकार में मंत्री सिद्धार्थ सिंह ने अखिलेश यादव के बयान का पलटवार किया है। अखिलेश यादव पर खनन मामले में सीबीआई जांच में सवालियां निशान लगाते हुए एक के बाद एक सवाल दाग दिए हैं। सिद्धार्थनाथ सिंह ने पूछा है कि जिस समय खनन की लूट मची थी। उस वक्त अखिलेश यादव खननमंत्री थे कि नहीं?
खनन माफिया मामले में बीजेपी ने एसपी अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। बीजेपी नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि खनन मामले में ‘कंकाल’ बाहर आ रहे हैं। बीजेपी नेता ने खनन मामलों को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया से 6 सवाल पूछे हैं।
बीजेपी नेता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा
कि 2012 से 2017 के दौरान हुए मामलों को हम लोग देख रहे हैं। कल सीबीआई ने 12 जगह पर रेड की। इनमें कुछ अधिकारी और एसपी के नेता भी शामिल हैं। खास तौर पर हमीरपुर में रेड हुई हैं। बीजेपी नेता ने अखिलेश यादव से 6 सवाल पूछे हैं।
1. 2012 में खनन के कॉन्ट्रैक्ट ई-टेंडर के माध्यम से देने का निर्णय किया था। ई-टेंडर तो लाए, लेकिन आपकी अधिकारी बी चंद्रलेखा उसका उल्लंघन करती हैं। क्या ऐसा आपकी जानकारी में हुआ?
2. जिस समय खनन की लूट मची, उस समय आप खनन मंत्री थे या नहीं?
3. 2012 और 2013 में बी. चंद्रलेखा को हमीरपुर का डीएम क्यों बनाया गया?
4. आपके और आपकी पार्टी के दिनेश कुमार मिश्रा, अंबिका तिवारी, संजय दीक्षित और आदिल खान से क्या संबंध हैं? जो मामले में आरोपी हैं?
5. आपके बाद गायत्री प्रजापति को खनन मंत्री बनाया गया। क्या उन्हें बाद में इसलिए अंडरग्राउंड किया गया क्योंकि तार इस पूरे मामले से जुड़े हुए थे?
6. आपने सीएम हाउस जब खाली किया था तो दीवारें भी तोड़ी थीं। क्या दीवार के पीछे का राज हमीरपुर की ‘लूट’ थी। इसका अखिलेश खुलासा करें।
सीबीआई के ऐक्शन का बचाव करते हुए सिंह ने कहा कि 2016 में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने खनन घोटाले का संज्ञान लिया था। इसके बाद सीबीआई ने 2012-17 के बीच हुई खनन की लूट की जांच की। इसके बाद सीबीआई ने दो चरण में एफआईआर दर्ज की। तीसरे चरण में अब एफआईआर दर्ज की जा रही है। सीबीआई हाई कोर्ट के अधीन काम कर रही है। वह किसी के गठबंधन के समय या फिर चुनाव को देखते हुए ऐक्शन नहीं ले रही है। ऐसे राजनीतिक दल जिनके नेता आरोपी हैं, उनको मामले से ध्यान नहीं भटकाकर जवाब देना चाहिए।
इससे पहले अखिलेश यादव ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था, ‘हमने एक्सप्रेसवे बनाया तो उन्होंने उसकी भी जांच करवाई। बीजेपी के पास जो है वह उसका इस्तेमाल कर रही है। उनके पास सीबीआई है, तो हमारे पास भेज रही है। सीबीआई का स्वागत है। उनके पास पैसे हैं, तो उन्होंने विज्ञापन में 5,000 करोड़ खर्च कर दिए। अभी यह सामने नहीं आया है कि किसको कितना मिला, लेकिन जब टीवी पर खबर देखते हैं तो समझ आता है कि किसको कितना मिला है।’
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