महाराष्ट्र की राजनीति में सबसे बड़ा उलटफेर: फडणवीस सीएम, अजित पवार डिप्टी सीएम बने
महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। एक नाटकीय घटनाक्रम में देवेंद्रफडणवीस ने सीएम और अजित पवार ने डिप्टी सीएम की शपथ ले ली।
राजनीतिक गतिरोध का नाटकीय रूप से अंत
महाराष्ट्र में शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी एनसीपी के समर्थन से मुख्यमंत्री के तौर पर एक बार फिर भाजपा के देवेंद्र फड़णवीस की वापसी के साथ ही महीने भर से चल रहे राजनीतिक गतिरोध का नाटकीय रूप से अंत हो गया।
एनसीपी नेता अजित पवार ने यहां राज भवन में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सुबह एक समारोह में दोनों को शपथ दिलायी।
जहां केवल आधिकारिक मीडिया ही मौजूद रही।
अजित पवार का फैसला निजी
अजित पवार के फैसले पर एनसपी चीफ शरद पवार ने कहा कि बीजेपी को समर्थन देने का अजित पवार का फैसला निजी है।
इसमें एनसीपी की सहमति नहीं है।
हम उनके फैसले को समर्थन नहीं देते हैं।
फड़णवीस ने कहा, ”लोगों ने हमें स्पष्ट जनादेश दिया था।
लेकिन शिवसेना ने नतीजों के बाद अन्य दलों के साथ गठबंधन करने की कोशिश की जिसके बाद राष्ट्रपति शासन लगा।
महाराष्ट्र को स्थायी सरकार की जरूरत है न कि ‘खिचड़ी सरकार की।
जीत पवार ने शरद पवार को दगा दी-शिवसेना
उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद अजित पवार ने कहा, ”24 अक्टूबर को नतीजे आने से लेकर अब तक कोई पार्टी सरकार नहीं बना पा रही थी।
महाराष्ट्र में किसानों के मुद्दों समेत कई दिक्कतें थी।
इसलिए हमने एक स्थायी सरकार बनाने का फैसला किया।
शरद पवार का राजनीतिक मास्टरस्ट्रोक
सभी को हैरत में डालने वाले इस शपथ ग्रहण को शरद पवार का राजनीतिक मास्टरस्ट्रोक बताया जा रहा है।
शरद पवार ने बृहस्पतिवार रात को कहा था कि राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना में इस बात को लेकर सहमति बन गयी है कि उद्धव ठाकरे नयी सरकार का नेतृत्व करें।