BHU: मालवीय गंगा शोध केंद्र में गंगामित्रों को मिला योगा व ईको-प्रेक्टिस सर्टिफिकेट
मुख्य अतिथि और पर्यावरण वैज्ञानिक प्रोफेसर बी.डी. त्रिपाठी के हाथों मिला प्रमाण पत्र
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के महामना मालवीय गंगा शोध केंद्र में शनिवार को गंगामित्रों को योगा एवं ईको-प्रेक्टिस का सर्टिफिकेट (प्रमाण पत्र) वितरित किया गया. सर्टिफिकेट का वितरण मुख्य अतिथि केंद्र के चेयरमैन और पर्यावरण वैज्ञानिक प्रोफेसर बी.डी. त्रिपाठी ने किया.
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कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और महामना मदन मोहन मालवीयजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई. इस अवसर पर गंगामित्रों द्वारा गंगा थीम सांग प्रस्तुत किया गया. इस मौके पर मुख्य अतिथि को मोमेंटो (स्मृति चिन्ह) और तुलसी का पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रोफेसर बी.डी. त्रिपाठी ने कहा कि योग और इको-प्रैक्टिस जीवन में स्वास्थ्य के लिये बहुत ही महत्वपूर्ण है. उन्होंने गंगामित्रों के गंगा थीम सांग का अर्थ समझाते हुए गंगा स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला. उन्होंने गंगा स्वच्छता अभियान में गंगामित्रों की महत्वपूर्ण भूमिका और सरकार के सहयोग को भी रेखांकित किया. प्रोफेसर त्रिपाठी ने गंगामित्रों को उनके सामाजिक और गंगा स्वच्छता कार्यों लिए प्रोत्साहित किया.
योगा ट्रेनर गंगामित्र निधि तिवारी को मिला मेडल
कार्यक्रम के दौरान इको-प्रैक्टिस और योगा की ट्रेनर गंगामित्र निधि तिवारी को मुख्य अतिथि ने मेडल देकर सम्मानित किया. इस दौरान गंगामित्रों और सहयोगियों ने भी अपने-अपने विचार रखें. इसके बाद सर्टिफिकेट वितरण हुआ. कार्यक्रम का समापन गंगा स्वच्छता की शपथ के साथ किया गया. संचालन सी. शेखर और धन्यवाद ज्ञापन वैभव पाण्डेय ने किया. इस कार्यक्रम का संयोजन गंगामित्र धर्मेंद्र पटेल ने किया. कार्यक्रम में गंगामित्र निधि तिवारी, श्वेता सिंह, राधा मौर्या, कमलेश यादव, बीनू पटेल, अजीत पटेल, विनोद कुमार, आंचल, अनुराधा सिंह, दीपक कुमार, निलेश गौतम, रूबी गुप्ता आदि रहीं.
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सड़क पर गिरा पेड़ नही हटा, लोग भुगत रहे लापरवाही का खामियाजा
वाराणसी में ट्रैफिक पुलिस, नगर निगम और पुलिस की लापरवाही का खामियाजा अब लोग भुगत रहे हैं. शुक्रवार को लंका थाने से चंद कदम दूर विशाल पीपल का वृक्ष मकान पर गिर गया था. नगर निगम और वन विभाग को सूचना के बाद भी अबतक वृक्ष नही हटाया जा सका. जबकि यह मार्ग लंका से सामनेघाट और नगवा की ओर जाने के प्रमुख मार्गों में से एक है. गौरतलब है कि पीपल का वृक्ष मकान पर गिरा था. स्थानीय लोगों ने पेड़ गिरने की सूचना नगर निगम को दी थी. कुछ देर के बाद नगर निगम के कर्मचारी आये लेकिन वृक्ष हटाया नही जा सका. यह वृक्ष लंका थाने से कुछ ही दूर पर बीच सड़क पर गिरा है. रविदास गेट से नगवा जानेवाले लोग इसी मार्ग से जा रहे हैं. उन्हें पेड़ के नीचे से होकर जाना पड़ रहा है. इसके कारण रह-रहकर जाम लग जा रहा है. लोगों ने बताया कि पेड़ काटने की रफ्तार काफी धीमी है और रास्ता बंद भी नही किया गया है. जबकि राहगीर और दोपहिया वाहन सवार इस रास्ते से ही जा रहे हैं. इस मार्ग पर लंबा जाम लग जा रहा है. नगवा चुंगी के पास डायवर्जन न होने ससे सामने घाट की तरफ से भी लोग इसी रास्ते पर ही चले आ रहे हैं. इससे यातायात की समस्या हो गई है.