2019 से पहले रायबरेली की घेराबंदी, गुंजेगी शाह और योगी की ललकार
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के बड़े गढ़ रायबरेली को लेकर भारतीय जनता पार्टी बेहद गंभीर है। भाजपा की गंभीरता का अनुमान इसी बात से लगता है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच भी अध्यक्ष अमित शाह ने आज कांग्रेस के गढ़ रायबरेली में सभा करने का फैसला लिया।
भारतीय जनता पार्टी से चुनौती मिलने जा रही है
उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी राजकीय इंटर कालेज के मैदान पर सोनिया गांधी को ललकारेंगे।फिरोज गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी के बाद सोनिया गांधी ने रायबरेली में कांग्रेस का परचम फहराया है। कांग्रेस के इस गढ़ को भारतीय जनता पार्टी से चुनौती मिलने जा रही है। कांग्रेस के गढ़ में आज दफ्तर तिलक भवन के ठीक सामने भारतीय जनता पार्टी का मेगा शो दोपहर एक बजे से होगा।
रायबरेली के लिए हेलीकाप्टर से प्रस्थान करेंगे
इसमें भाजपा अध्यक्ष के साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ करीब आधा दर्जन मंत्री जनसभा को संबोधित करेंगे।भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और योगी आदित्यनाथ दोपहर 12 बजे लखनऊ से रायबरेली के लिए हेलीकाप्टर से प्रस्थान करेंगे। रायबरेली पुलिस लाइन से सड़क मार्ग से जीआइसी मैदान में दोपहर एक बजे पहुंचकर सभा में शिरकत करेंगे।
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यहां एमएलसी दिनेश सिंह समर्थकों समेत पार्टी की औपचारिक सदस्यता लेंगे। विधानसभा चुनाव के दौरान हरचंदपुर विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करने राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह यहां आए थे। रायबरेली में दूसरी बार उनका आगमन होने जा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहली बार यहां किसी जनसभा को संबोधित करेंगे।सोनिया गांधी और राहुल गांधी के दौरे के ठीक बाद अमित शाह की रैली के पीछे एक बड़ा राजनीतिक संदेश छिपा है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का यह रायबरेली दौरा 2019 में होने वाले आम चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है।
जीआईसी मैदान में कार्यक्रम की तैयारी अंतिम दौर में है
शाह रायबरेली में कांग्रेस के किले में सेंध लगाने की योजना बनाने में जुटे हैं और अपनी इसी योजना पर काम कर रहे हैं।जिले के जीआईसी मैदान में कार्यक्रम की तैयारी अंतिम दौर में है। कांग्रेस के दुर्ग में बीजेपी के लिए एक लाख लोगों की भीड़ जुटाकर एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह अपनी ताकत का एहसास कराएंगे।भाजपा के इस मेगा शो के दौरान रायबरेली में बदलाव का बड़ा नजारा वह दीवारें और खिड़कियां देखेंगी और महसूस करेंगी, जिनके भीतर कभी इंदिरा, राजीव, सोनिया और प्रियंका, राहुल गांधी आते-जाते रहे। यहां पर अब जब कांग्रेस हाशिए पर है तो उसके 15 वर्ष पुरातन साथी भी छिटक कर इसी घर के सामने दूसरे घर में जाएंगे।
यूं तो रायबरेली और कांग्रेस एक दूसरे के हमनाम रहे हैं
हां मौन होकर गांधी परिवार इस पूरे घटनाक्रम को देख रहा है। कल दोपहर तक तो यहां पर कांग्रेस ने भाजपा के इस मेगा शो पर कोई सवाल नहीं दागे। कल देर शाम जिलाध्यक्ष ने विज्ञप्ति भेजकर विरोध की रस्म निभा दी।कांग्रेस से भारत मुक्त कराने का बीड़ा उठाने वाले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रदेश के मुखिया योगी आदित्य नाथ यहीं जीआइसी मंच से 2019 लोकसभा चुनाव की रणभेरी भी बजाएंगे। यूं तो रायबरेली और कांग्रेस एक दूसरे के हमनाम रहे हैं। हालात कैसे भी रहे हों, शहर तो हमेशा कांग्रेस के साथ रहा। कभी उनके नुमाइंदे जीते तो कभी उन्हीं के लोग बगावत करके जीते।
भगवा दल में अपना नया ठिकाना खोज लिए
उस दौर में जिले में कांग्रेस के दो दिग्गजों का गांधी परिवार से सीधा संबंध रहा। उसमें से एक परिवार से सदर विधायक अदिति सिंह विधायक हैं। अदिति तो राहुल गांधी की युवा टीम में भी सक्रिय हैं।इसके इतर यहां के पंचवटी परिवार के राजनीतिक अगुवा एमएलसी दिनेश सिंह ने एक नई राह चुन ली। उन्होंने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से मिलकर भगवा दल में अपना नया ठिकाना खोज लिए। भाजपा के लिए यह बिन मांगी मुराद वाला मौका बना। सब कुछ तय हुआ और केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें पार्टी में लेने की हामी भर दी। कल को इसी मिलन का जलसा जीआइसी के द्वितीय मैदान में होगा।
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