भदैनी सामूहिक हत्याकांड: जमीन खा गई या आसमान निगल गया, 15 दिन बाद भी नहीं मिला सूत्रधार विक्की

0

वाराणसी में एक ही परिवार के पांच लोगों की गोली मारकर हुई हत्या कमिश्ननरेट पुलिस के लिए पहेली बन गई है. हालत तो यह हो गई है कि इस हत्याेकांड में पुलिस को न तो कुछ निगलते बन रहा है और न ही उगलते. यह मामला अब तक उसी बिंदु पर अटका हुआ है जहां वारदात के पता चलने के समय था. थक हार कर पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची थी कि इस  हत्याकांड का सूत्रधार और कोई नहीं बल्कि परिवार से जुडा विशाल गुप्ता उर्फ विक्की ही है. इसी बिंदु पर पुलिस की तफ्तीश टिकी हुई है.

बीते 4-5 नवंबर की रात भदैनी में एक ही परिवार की चार लोगों और इसी परिवार के मुखिया की रोहनिया में एक निर्माणाधीन मकान में हत्या हो गई थी. फिलहाल हत्या के मामले में विक्की की तलाश अब भी जारी है. अब सवाल यह उठता है कि विक्की कहां भूमिगत हो गया. जमीन खा गई या आसमान निगल गया. ऐसा इसलिए है क्योंकि 15 दिनों में आधा दर्जन राज्यों में पुलिस की कई टीमें छापेमारी कर चुकी हैं लेकिन अब तक कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी है.

डीसीपी ने विक्की पर घोषित किया इनाम

वहीं, डीसीपी काशी ने विक्की पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया है. यह भी बता दें कि पांच लोगों की हत्या के मामले में कई चौंकाने वाले राजफाश हुए थे. पुलिस द्वारा आरोपी माना जा रहा बड़ा भतीजा विशाल गुप्ता उर्फ विक्की तीर्थस्थलों में पूजा-पाठ करते हुए घर आया था. पुलिस को विशाल के केदारनाथ, बद्रीनाथ और जम्मू जाने से संबंधित सबूत मिले हैं. दर्शन-पूजन के बाद विशाल दीपावली से पहले घर आया था. हालांकि वारदात के 15वें दिन यानी बुधवार को भी पुलिस यह पता नहीं लगा सकी कि विशाल आखिरकार छिपा कहां है. उसका ठिकाना कहां है.

Also Read: बनारस में देव दीपावली पर अमेरिकन ग्रुप प्रस्तुत करेगा ‘कॉस्मिक शिवा’ थीम पर नृत्य

शक की सुई पल-पल बदलती रही

भेलूपुर थाना क्षेत्र के भदैनी निवासी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता की पत्नी नीतू और तीन बच्चों नमनेंद्र, सुबेंद्र और गौरांगी का शव गत पांच नवंबर को उनके घर में मिला था. सभी की गोली मार कर हत्या की गई थी. वहीं राजेंद्र प्रसाद गुप्ता का शव रोहनिया में उसके निर्माणाधीन मकान में मिला था. उसे भी गोली मारी गई थी. राजेंद्र पर वर्षों पहले अपने पिता, गार्ड, छोटे भाई व उसकी पत्नी की हत्या का आरोप लगा था. चार शव मिलने पर पुलिस और लोगों का शक राजेंद्र पर गया था, पर उसका शव उसी दिन मिलने पर शक की सुई घूम गई थी. वारदात के बाद से ही राजेंद्र के छोटे भाई कृष्णा का बड़ा बेटा विक्की लापता है. वहीं, विशाल का छोटा भाई जुगनू पुलिस की निगरानी में है.

विशाल की तलाश में पुलिस टीमें मुंबई, अहमदाबाद, बंगलूरू, दिल्ली और तमिलनाडु तक गईं, लेकिन उसका कहीं पता नहीं लगा. इस संबंध में डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने कहा था कि विशाल की तलाश पुलिस टीमें सरगर्मी से कर रही हैं. पूरी उम्मीद है कि वह जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा.

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More