kashi में बंटेगा बाबा का प्रसाद, संस्कृत छात्रों को मिलेंगी मुफ्त ड्रेस और किताबें

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय

0

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की गुरूवार को हुई 105 वीं बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये. कमिश्नरी सभागार में हुई इस बैठक में शहर के कई हिस्सों में श्रीकाशी विश्वनाथ का निःशुल्क भोग प्रसाद वितरित करने, संस्कृत छात्रों को मुफ्त पुस्तकें और ड्रेस उपलब्ध कराने पर मुहर लग गई. इसके अलावा संस्कृत ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित करने के साथ ही सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय को अनुदान देने पर सहमति बनी.

Also Read : Varanasi : किशोर की हत्या के तीन आरोपित गिरफ्तार

न्यास के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडेय की अध्यक्षता में हुई बैठक की शुरुआत मंदिर के ट्रस्टी वेंकटरमन घनपाठी के वैदिक मंगलाचरण से हुई. इसके बाद मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा द्वारा पिछली बैठक में लिए गए निर्णय के अनुपालन की आख्या और आगामी सत्र की बजट को लेकर चर्चा की. इस पर न्यास द्वारा सहमति प्रदान की गई. बैठक में मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने संस्कृत विद्यालयों के कक्षा 6 से लेकर 12 तक के सभी बच्चों को निशुल्क पुस्तक और ड्रेस देने का प्रस्ताव रखा. इस पर न्यास ने इस पुनीत कार्य की सराहना करते हुए तत्काल अनुमोदन और अगले एक दो माह में ही इसका पालन करने पर सहमति व्यक्त की.

स्टेशन, बस अड्डों और घाटों पर बंटेगा प्रसाद

मुख्य कार्यपालक द्वारा संस्कृत विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को भी एक-एक सेट पुस्तकें उपलब्ध कराने की बात कही. इस पर भी न्यास अध्यक्ष ने सहमति प्रदान की. बैठक में ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा सभी विद्यालयों में वाद्य यंत्र भी देने की बात की तो सहमति प्रदान की गई. काशी विश्वनाथ मंदिर में पहली बार संस्कृत ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है. इसमें अन्तर विद्यालयी सहित सभी स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी. काशी में मां अन्नपूर्णा और बाबा विश्वनाथ की आशीर्वाद से कोई भूखा नहीं सोता है इस तर्ज पर ही शहर के स्टेशन, बस अड्डे और घाटों पर रहने वाले लोगों को प्रतिदिन बाबा का प्रसाद बनाकर वितरण करने का भी प्रस्ताव न्यास में रखा गया. इस पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा बताया गया की मंदिर के अन्नक्षेत्र में प्रसाद तैयार कर मंदिर के ही वाहनों से पैकेजिंग करने के उपरांत दोपहर में यह प्रसाद शहर के कुछ जगहों पर वितरण किया जाएगा. आगे जहां जैसी जरूरत पड़ेगी उन जगहों पर भी यह प्रसाद का पैकेट प्रतिदिन लोगों को निशुल्क रूप से उपलब्ध कराया जा सकेगा. न्यास ने इस प्रस्ताव को भी मंजूर कर लिया.

दर्शनार्थियों की सुविधा में इजाफा करने का हुआ फैसला

बैठक में भूमि और भवन के उपयोग के लिए एक आर्किटेक्ट कंपनी को इन पैनलमेंट करने पर भी चर्चा की गई. भविष्य में दर्शनार्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उनकी सुविधाओं में इजाफा करने का भी निर्णय हुआ. इसमें भूमि- भवन का क्रय कर सड़कों के चौड़ीकरण, पार्किंग आदि पर चर्चा हुई. बैठक में चार दशक बाद पुजारी सेवा नियमावली पर चर्चा हुई. न्यास परिषद ने सर्वसम्मत से सहमति प्रदान की. बैठक में न्यास के सदस्य और संपूर्णानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बिहारी लाल ने संस्कृत विश्वविद्यालय के महत्व को बताया. उन्होंने न्यास परिषद को विश्वविद्यालय के कार्यों में सहयोग की बात कही. न्यास परिषद के अध्यक्ष ने भवन के मरम्मत और उनके रखरखाव को लेकर एक करोड रुपए तक का बजट न्यास परिषद की ओर से देने की सहमति प्रदान की. तिरुपति बालाजी और महाकाल की तर्ज पर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में भी प्रसाद की एक अलग रेसिपी तैयार करने की चर्चा हुई. न्यास ने धार्मिकता को देखते हुए प्रसाद तैयार करने पर सहमति प्रदान की. बैठक में जिलाधिकारी एस राजलिंगम, मंदिर के ट्रस्टी प्रोफेसर चंद्रमौली उपाध्याय, प्रोफेसर बृजभूषण ओझा, पंडित दीपक मालवीय, वेंकट रमन घनपाठी, पंडित प्रसाद दीक्षित, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश मिश्रा, डिप्टी कलेक्टर शंभू शरण आदि रहे.

विशालाक्षी मंदिर तक बनेगा सुगम मार्ग

श्री काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद की बैठक गुरुवार को हुई में वित्तीय वर्ष में होने वाले आय-व्यय को लेकर चर्चा की गई. इस दौरान सचिव, सीईओ विश्वभूषण मिश्रा ने बैठक की कार्यवृत्ति समिति के सदस्यों के सामने प्रस्तुत की. इसमें धाम में दर्शनार्थियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने का निर्णय हुआ. इसके तहत विशालाक्षी मंदिर तक दर्शनार्थियों के लिए सुगम मार्ग बनाने पर प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने पर सहमति बनी. सड़कों के चौड़ीकरण और पार्किंग के लिए चर्चा हुई, बैठक के अध्यक्ष मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने कहा कि बोर्ड द्वारा सारे प्रस्ताव बनाकर धर्मार्थ कार्य लखनऊ को भेजा जाय. ताकि इन कार्यों के लिए शासन से सहमति प्रदान कर कार्य आरंभ कराया जा सके. बैठक में पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन ने मंदिर, धाम के आसपास अन्य गालियों में सीसीटीवी कैमरा लगाकर गलियों और आसपास के मंदिरों की भी सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने का प्रस्ताव रखा. इस पर बोर्ड ने सहमति प्रदान करते हुए इसकी फिजिबिलिटी चेक करने की बात कही. इस बैठक में डीसीपी सुरक्षाएसके त्रिपाठी, वीडीए उपाध्यक्ष, अपर नगर आयुक्त सहित अन्य अधिकारी रहे.

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More