सरकारी ऑफिस में काम की बजाय चल रहा था नाच गाना
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के पल्हनी में दो कर्मचारियों को दफ्तर में नाचने की कीमत नौकरी गंवाकर चुकानी पड़ी। कर्मचारी पल्हनी के खंड शिक्षाधिकारी कार्यालय में नाच रहे थे। कर्मचारियों के नाचने का वीडियो सोशल मीडिया पर आने पर सरकारी महकमे को इसकी खबर लग गई। नाचने वाले दोनों कर्मचारियों पर कार्रवाई की डंडा चल गया और उन्हें दफ्तर में नाचने की वजह से निष्कासित कर दिया गया।
बीच में एक महिला की आवाज भी सुनाई देती है
लाइव हिन्दुस्तान के यूट्यूब पेज पर दोनों कर्मचारियों के नाचने का वीडियो शेयर किया गया है। वीडियो में बैकग्राउंड में गाना बजता हुआ सुनाई देता है। करीब 50 सेकेंड के वीडियो में दोनों कर्मचारी मस्ती के साथ ”दिल चोरी साडा हो गया… ओए की करिए की करिए” गाने पर नाचते हुए दिखते हैं। उनके साथ एक और शख्स नाचता हुआ दिखता है। बीच में एक महिला की आवाज भी सुनाई देती है।
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खबरों के अनुसार दोनों निकाले गए कर्मचारी आउट सोर्स पर रखे गए थे।कर्मचारियों के नाचने का वीडियो जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह के पास पहुंच गया था। जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) बीके शर्मा को तलब कर दोनों कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए थे। बीएसए ने एबीएसए महेंद्र प्रसाद को कार्रवाई करने के लिए कहा। एबीएसए ने कर्मचारियों को निकाल दिया। नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों में से एक कम्प्यूटर ऑपरेटर और एक सहायक लेखाकार के तौर पर काम करता था।
शिक्षा व्यस्वस्था को सुधारने की बातें करते रहे हैं
उनमें कम्प्यूटर ऑपरेटर का नाम राजीव कुमार बताया जा रहा है।कहा जा रहा है कि बर्खास्त किए गए दोनों कर्मचारियों के अलावा कुछ और लोग भी नाच रहे थे। इस मामले में अधिकारियों की तरफ से कहा गया कि कर्मचारियों के नाचने का वीडियो वायरल होने से विभाग की छवि खराब हो रही थी, इसलिए उन पर सख्त कार्रवाई की गई। इस मामले और किन लोगों पर कार्रवाई हुई यह जानकारी नहीं लग पाई है। बता दें कि राज्य सरकार भी शिक्षा को लेकर कोई भी कोताही बर्दाश्त करने के मूड में नहीं दिख रही है। सीएम योगी यूपी की शिक्षा व्यस्वस्था को सुधारने की बातें करते रहे हैं।
जनसत्ता
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