Ayodhya : मुख्य आचार्य के साथ काशी से ब्राह्मणों का दल रवाना
काशीवासियों ने किया अभिनंदन, हुई पुष्प वर्षा
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का दिन जैसे-जैसे करीब आता जा रहा है देश के करोड़ों रामभक्तों की उत्सुकता बढ़ती जा रही है. महादेव की नगरी काशी में भी जबर्दस्त उत्साह है. सोमवार को इस उत्साह की बानगी फिर देखने को मिली. आयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के लिए जा रहे काशी के ब्राह्मणों के दल का पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया गया.
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22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कराने वाले मुख्य आचार्य पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित सोमवार को अपने मंगलागौरी स्थित आवास से गोलघर पहुंचे पुष्प वर्षा की जाने लगी. उनके पीछे-पीछे बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी और शहर दक्षिणी के विधायक नीलकंठ तिवारी सहित काशीवासियों ने हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ उनका अभिवादन किया.
मोदीजी मुख्य यजमान होंगे और प्राण प्रतिष्ठा करेंगे
लक्ष्मीकांत दीक्षित के गोलघर पहुंचने से पहले ही श्रद्धालु उनके स्वागत के लिए पहले से खड़े थे. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित ने कहा कि आज से जलयात्रा शुरू हो गई है. जलयात्रा का कार्यक्रम चल रहा है. मंगलवार की सुबह यजमान प्रायश्चित का कर्म होगा. हमारे लोग वहां पूजन का कार्य शुरू कर चुके हैं. उसमें आज शाम तक शामिल हो जाऊंगा. 22 जनवरी को सुबह से ही पूजन शुरू हो जाएगा लेकिन प्राण-प्रतिष्ठा का मुहूर्त दोपहर 12.30 है. वह तय मुहूर्त में ही किया जाएगा. 21 जनवरी को जब रामलला का शैय्या धीवास हो जाएगा तो 22 जनवरी को सुबह वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ रामलला को उठाया जाएगा. इसके लिए कई वैदिक ब्राह्मण भारत के अलग-अलग हिस्सों से अयोध्या पहुंच चुके हैं और कुछ आ रहे हैं. सभी वेद मंत्रों का उच्चारण करेंगे और फिर रामलला उठेंगे व सिंहासन पर विराजमान होंगे. लक्ष्मीकांत दीक्षित ने कहाकि मोदी जी का जो समय निर्धारित है वो मुख्य कार्य है. अन्य सहयोगी लोग कार्य कर रहे हैं, लेकिन यह साफ है कि मोदीजी मुख्य यजमान रहेंगे और वही प्राण-प्रतिष्ठा का कर्म करेंगे. मुख्य आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित अयोध्या जाने के लिए अपने वाहन में सवार हुए तो स्थानीय ब्राह्मणों ने शंखनाद किया. इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं ने भजन गाकर उन्हें विदाई दी.