ATR 72-500 प्लेन ने जेट एयरवेज को 10 साल तक दी थी सर्विस, जानें इसके बारे में
नेपाल के पोखरा में दुर्घटनाग्रस्त हुआ येति एयरलाइंस का प्लेन एटीआर 72-500 था. ये 15 साल पुराना था, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर 9एन-एएनसी और सीरियल नंबर 754 है. भारत में इस प्लेन को वीटी-केएजे कॉलसाइन दी गई थी. इस प्लेन ने जेट एयरवेज को 10 साल तक अपनी सर्विस दी है. नवंबर, 2010 से मई, 2019 तक ये जेट एयरवेज का प्लेन बनकर उड़ान भर रहा था. इस प्लेन को साउथ अफ्रीका की इंवेस्टक कंपनी से लीज पर लिया गया था, जिसका पहला रजिस्ट्रेशन वीटी-जेसीटी था. वहीं, मई 2019 से लेकर जनवरी 2021 तक ये प्लेन हेंगर में पार्क था. इसके बाद नेपाल की बुद्धा एयर ने लीज पर लेकर इस प्लेन को वापस से चलवाना शुरू किया.
इससे पहले अप्रैल, 2013 में इस प्लेन को थाईलैंड की नोक एयर ने खरीदा था. नोक एयर के साथ इस प्लेन ने 2013 से 2019 तक उड़ान भरी. येति एयरलाइंस ने थाईलैंड के नोक एयर से 12 साल पुराने इस एटीआर प्लेन को 20 अप्रैल, 2019 को खरीदा, तब से यह प्लेन 9एन-एएनसी कॉलसाइन के साथ येति एयरलाइंस कंपनी के लिए उड़ान भर रहा था. येति एयरलाइंस के पास 5 और एटीआर-72 प्लेन हैं, जिसमे में 2 नार्डिक एविएशन कैपिटल से लीज पर लिए गए हैं.
सीरियम फ्लीट्स के आंकड़ों के अनुसार, प्लेन का प्रबंधन इन्वेस्टेक बैंक द्वारा किया जा रहा था और यह केएफ टर्बो लीजिंग के स्वामित्व में था. एटीआर-72 प्लेन का नेपाल में दुर्घटनाग्रस्त होने का पहला मामला है. प्लेन निर्माता एटीआर द्वारा फ्रांस और इटली में विकसित दोहरे इंजन टर्बोप्रॉप वाला प्लेन है, जो फ्रांस की एयरोस्पेस कंपनी एरोस्पेटियाल और इतालवी विमानन समूह एयरइटैलिया के बीच एक संयुक्त उपक्रम है. इसके नाम में संख्या 72 का मतलब प्लेन की 72 यात्रियों की बैठने की क्षमता से ली गई है. वर्तमान में केवल बुद्धा एयर और येति एयरलाइंस नेपाल में छोटी दूरी की सेवाओं के लिए एटीआर-72 प्लेन का उपयोग करती हैं.
इससे पहले भी नेपाल में हुए हैं ये प्लेन हादसे…
1. वर्ष 1962 में रॉयल नेपाल एयरलाइंस का प्लेन हादसे का शिकार हो गया था. प्लेन का मलबा तुलाचन धुरी के पास मिला था. 10 यात्रियों समेत कुल 14 लोगों की मौत हो गई थी.
2. वर्ष 1992 में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की फ्लाइट-268 काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास आते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इसमें 167 लोगों की मौत हुई थी.
3. 31 अक्टूबर, 1994 को गंभीर परिस्थितियों में एटीआर-72 प्लेन बर्फीली हवाओं में उड़ा था, इस दौरान प्लेन का नियंत्रण खोया और वह एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. तेज गति के प्रभाव में प्लेन में सवार सभी 68 लोगों की मौत हो गई थी.
4. वर्ष 2000 में रॉयल नेपाल एयरलाइंस का प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में चालक दल के 3 सदस्यों समेत 25 लोगों की मौत हो गई थी.
5. वर्ष 2008 में येति एयरलाइंस का प्लेन पूर्वी नेपाल में तेनजिंग-हिलेरी एयरपोर्ट के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में 12 जर्मन और 2 ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की मौत हो गई थी.
6. वर्ष 2010 में अग्नि एयर के प्लेन 101ने काठमांडू से लुकला के लिए की क्षेत्रीय उड़ान भरी थी, जिसमें प्लेन का संपर्क टूट गया था. इस हादसे में चालक दल के सदस्य समेत सभी 14 यात्री और मारे गए थे.
7. वर्ष 2010 में तारा एयर का एक प्लेन क्रैश हो गया था. टेक-ऑफ के तुरंत बाद प्लेन दुर्घटना का शिकार हो गया था. इस हादसे में चालक दल के तीन सदस्यों सहित सभी 22 लोग मारे गए थे.
8. वर्ष 2011 में नेपाल के ललितपुर में बुद्धा एयर फ्लाइट 103 दुर्घटना का शिकार हुआ था. इसमें 19 यात्रियों और चालक दल के सभी सदस्यों की जान चली गई थी. मरने वालों में 10 भारतीय भी थे.
9. वर्ष 2012 में अग्नि एयर का डोर्नियर 228 प्लेन ने पोखरा से जोमसोम के लिए उड़ान भरी थी. जोमसोम एयरपोर्ट के पास पहुंचते ही प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में पायलट समेत 15 यात्रियों की मौत हो गई थी.
10. वर्ष 2012 में सीता एयर फ्लाइट 601 का प्लेन हादसे का शिकार हो गया था. प्लेन ने काठमांडू से उड़ान भरी थी, लेकिन तकनीकी समस्या के कारण इसकी आपाकालीन लैंडिंग करने की जरूरत आ पड़ी और लैंडिंग के दौरान हादसा हो गया. इस दौरान विमान में बैठे सभी 19 लोगों की मौत हो गई थी.
11. वर्ष 2016 में तारा एयर फ्लाइट 193 के प्लेन ने पोखरा से जोमसोम के लिए उड़ान भरी थी और 8 मिनट बाद ही वो लापता हो गया था. इसके बाद प्लेन का इसका मलबा दाना गांव के पास पाया गया था. इसमें सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई थी.
12. वर्ष 2018 में यूएस-बांग्ला एयरलाइंस का प्लेन त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंडिंग करते हुए हादसे का शिकार हो गया था. इस हादसे में 51 लोगों की मौत हो गई थी. प्लेन में 71 लोग सवार थे.
13. फरवरी, 2019 में टेपलगंज में पथरीभरन के समीप एक हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था. इसमें केंद्रीय मंत्री रविंद्र अधिकारी समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद अप्रैल महीने में भी एक और हेलीकॉप्टर सुलोखुंबु जिले में लुकला एयरपोर्ट पर दुर्घटना का शिकार हो गया था. इसमें 3 लोगों की मौत हो गई थी.
14. 29 मई, 2022 को तारा एयरलाइन का प्लेन पोखरा से जोमसोम जाते हुए क्रैश हुआ था. इसमें क्रू मेंबर समेत 22 लोग सवार थे, जिसमें 4 भारतीय भी शामिल थे. इस हादसे में सभी की मौत हो गयी थी.
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