लोकसभा चुनाव के बाद पांच राज्यों में फिर चुनाव की तैयारी
लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं, परिणाम आने के साथ ही जहां एक ओर जीतने वाली पार्टी और नेता जश्न मना रहे हैं, वहीं हारने वाले दल अपनी खामियों का अवलोकन कर रहे हैं, लेकिन इन सब के बीच देश के पांच राज्य ऐसे हैं जो कुछ ही महीनों में होने वाले चुनावों को लेकर दोबारा कमर कसकर तैयार हो गये हैं और अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए योजना बनाने में जुट गये हैं।
अगले आठ महीनों में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें दिल्ली, जम्मू कश्मीर, महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा शामिल है। इन राज्यों हुए लोकसभा चुनावों का असर आगामी विधानसभा चुनाव पर भी पड़ेगा।
गौरतबल है कि इन राज्यों में 85 लोकसभा सीटें हैं। इनमें से इस बार एनडीए ने 73 और यूपीए ने 10 सीटें जीतीं। पिछली बार इन सीटों में से एनडीए ने 70 और यूपीए ने 7 सीटें जीती थी।
महाराष्ट्र
पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए की जीत के बाद भाजपा और शिवसेना में मतभेद बढ़ गए थे। इसके बाद भाजपा और शिवसेना ने विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ा था। नतीजों में भाजपा को 122 और शिवसेना को 63 सीटें मिलीं। हालांकि बाद में दोनों ने फिर से मिल कर सरकार बनाई।
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दिल्ली
2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया था। 2013 में अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई। लेकिन दो महीने बाद ही फरवरी 2014 में उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद 2015 में दोबारा वहां चुनाव हुए। इस चुनाव में केजरीवाल की लहर में भाजपा 70 में से सिर्फ 3 सीटें जीत पाई। आप को 67 सीटें मिलीं हालाँकि इस बार के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में आप का खाता तक नहीं खुला।
जम्मू-कश्मीर
वहीं जम्मूकश्मीर में पिछले चुनावों में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला। मार्च 2015 में भाजपा ने पीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई और मुफ्ती मोहम्मद सईद मुख्यमंत्री बने। 2016 में उनके निधन के बाद 88 दिन मुख्यमंत्री पद खाली रहा। बाद में भाजपा ने महबूबा मुफ्ती को समर्थन दिया और वे मुख्यमंत्री बनीं। जून 2018 में भाजपा ने पीडीपी से समर्थन वापस ले लिया और महबूबा मुफ्ती को इस्तीफा देना पड़ा।
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