नाबालिग से रेप के मामले में आसाराम दोषी
नाबालिग से रेप मामले में आसाराम बापू पर फैसला सुनाया जा चुका है। इस मामले में आसाराम दोषी करार हुआ है। आसाराम समेत 5 में से तीन आरोपियों को भी दोषी करार दिया गया है। दो सह आरोपियों को बरी कर दिया गया है। आसाराम समेत बाकी दोषियों पर अभी सजा का ऐलान नहीं हुआ है। इससे पहले जोधपुर कोर्ट पर सबकी निगाहे लगी हुई थीं।
आसाराम को कड़ी से कड़ी सजा की उम्मीद कर रहे थे
पीड़िता व उसके परिजन जहां आसाराम को कड़ी से कड़ी सजा की उम्मीद कर रहे थे। वहीं इस आध्यात्मिक गुरु के समर्थक उसके बरी होने की उम्मीद में थे। गुजरात के अहमदाबाद स्थित आसाराम आश्रम में भक्त अपने बापू मंगलवार से ही हवन कर रहे थे। जोधपुर कोर्ट में सुनवाई का समय सुबह साढ़े आठ बजे तय किया गया था। तय समय से सुनवाई शुरू हुई।
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फैसले को लेकर आसाराम के समर्थक कहीं उपद्रव ना शुरू कर दें इसे देखते हुए जोधपुर शहर को किले में तब्दील कर दिया गया है।आसाराम के खिलाफ जोधपुर की एक अदालत से बुधवार को फैसला सुनाए जाने से पूर्व राजस्थान, गुजरात और हरियाणा को सुरक्षा कड़ी करने और अतिरिक्त बल तैनात करने को कहा है। उधर जोधपुर में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक संदेश जारी कर तीनों राज्यों से सुरक्षा मजबूत करने को कहा है।
आश्रम में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए गए थे
साथ ही यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि अदालत के आदेश के बाद कोई हिंसा न फैले।बता दें कि उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक नाबालिग लड़की द्वारा कथित तौर पर आसाराम बापू पर जोधपुर के बाहरी इलाके में स्थित अपने आश्रम में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए गए थे। जिस समय पीड़िता आश्रम में रह रही थी, वह 16 साल की थी। दिल्ली के कमला मार्केट थाने में यह मामला दर्ज कराया गया था, जिसे बाद में जोधपुर स्थानांतरित कर दिया गया। आसाराम पर पॉक्सो और एससी/एसटी ऐक्ट के तहत कानून की धाराएं लगाई गई हैं।
बैरक में 15 मिनट तक पूजा करता रहा आसाराम
आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को गिरफ्तार किया था और तब से वह जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं।जोधपुर कोर्ट के जज मधुसूदन शर्मा ने फैसला लिखना शुरू किया। आसाराम अपने वकीलों के साथ मौजूद। फैसले से पहले बैरक में 15 मिनट तक पूजा करता रहा आसाराम। आसाराम ने चिट्ठी लिखकर अपने भक्तों को शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। आसाराम केस में मुख्य गवाह महेंद्र चावला ने कहा है कि, ‘मुझे न्यायपालिका पर पूरा विश्वास है। आसाराम को जरूर सजा मिलेगी।
आसाराम आश्रम में भी रिहाई के लिए हवन चल रहा है
ऐसे बलात्कारी को फांसी पर लटका देना चाहिए। मेरी जान को खतरा है। मुझे अतिरिक्त सुरक्षा की जरूरत है। नाबालिग के साथ यौन शोषण मामले में आसाराम के साथ सह आरोपी शिवा, शरतचंद और शिल्पी भी जोधपुर सेंट्रल जेल में बने कोर्ट पहुंचे। आसाराम की रिहाई के लिए वाराणसी में उसके समर्थक यज्ञ कर रहे हैं। अहमादाबाद के आसाराम आश्रम में भी रिहाई के लिए हवन चल रहा है।
जोधपुर सेंट्रल जेल में बने कोर्ट में जज पहुंच गए हैं। कुछ देर में फैसेल का ऐलान हो जाएगा। फैसले से पहले फूलों की माला के साथ आसाराम का एक समर्थक जोधपुर सेंट्रल जेल पहुंच गया। पुलिस ने फुर्ती दिखाते हुए उस शख्स को हिरासत में ले लिया है।
जनसत्ता
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