समुद्र में चीन ने दिखाई अपनी ताकत
चीन ने अपने पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत का जलावतरण किया है। जो यूक्रेन से खरीदे गए मौजूदा पोत के साथ शामिल होगा। दरअसल चीन दक्षिण चीन सागर में विस्तार को लेकर चिंताओं के बीच ये विमानवाहक पोत उतारा है।
चीन ने समुद्र में उतारा पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत
इससे चीन की सैन्य क्षमताओं में भी बढ़ोतरी होगी। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार ‘चीन शिपबिल्डिंग इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन’ के पूर्वोत्तर डालियान शिपयार्ड में प्रक्षेपण समारोह के दौरान 50,000 टन के इस नए विमानवाहक पोत को सूखे डॉक से पानी में स्थानांतरित किया गया।
विमानवाहक पोत अभी नाम नहीं रखा है
चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह चीन का दूसरा विमानवाहक पोत है, जिसका अभी नाम नहीं रखा गया है। जहाज को लियाओनिंग, डालियान शिपयार्ड से पास के तट पर लाया गया था।
2020 से ये विमानवाहक पूरी तरह सक्रिय होगा
विमानवाहक पोत कथित तौर पर लियाओनिंग से ज्यादा उन्नत होगा, जो 25 वर्ष पूर्व निर्मित किया गया यूक्रेन से खरीदा नवीनीकृत सोवियत जहाज है। चीन ने अपने दूसरे विमानवाहक पोत का निर्माण कार्य नवंबर 2013 में शुरू किया था। डॉक का निर्माण मार्च 2015 में शुरू हुआ था। हालांकि विमानवाहक पोत के वर्ष 2020 से पहले पूरी तरह सक्रिय होने की संभावना नहीं है।