सेना का आर्मी ऑफिसर बताकर करता था ठगी, ओएलएक्स से करता था डीलिंग

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खुद को सेना का कैप्टन और डिप्टी एसपी बताकर लोगों से ठगी करना एक शख्स को भारी पड़ गया. एसटीएफ की वाराणसी ईकाई और स्थानीय पुलिस ने जाल बिछाकर इस शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. आरोप है कि पकड़ा गया युवक आर्मी में भर्ती कराने और मिलिट्री कैंटीन से सामान दिलवाने के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठने का काम कर रहा था. पकड़ा गया व्यक्ति शिवपुर इलाके का रहने वाला है. फिलहाल उक्त गिरफ्तार की के सम्बन्ध में थाना कैण्ट में मुकदमा अपराध संख्या 160/21 धारा 140, 419, 420, 467, 468, 471 आईपीसी पंजीकृत करवाते हुए अग्रिम विधिक कार्रवाई वाराणसी पुलिस द्वारा की जा रही है.

मिलेट्री इंटिलिजेंस ने एसटीएफ से साधा था संपर्क
एसटीएफ उपाधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के वाराणसी़ और इसके आस-पास के जनपदों में आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर एक गिरोह के सक्रिय होने की इनपुट ‘मिलिट्री इन्टेलीजेन्स’ (एमआई) वाराणसी को प्राप्त हुआ था. इस सम्बन्ध में एसटीएफ फील्ड इकाई को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था. इसी क्रम में वाराणसी द्वारा अभिसूचना संकलन एवं छानबीन की कार्रवाई के दौरान ये जानकारी मिली कि एक आनंद कुमार उर्फ राजवीर सिंह निवासी-एसएच-8/55/3जी शिवपुर कोट, थाना शिवपुर, नाम का व्यक्ति है, जो अपने को आर्मी का फर्जी कैप्टन बताकर आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर और आर्मी कैण्टीन में सामान निकलवाने के नाम पर ठगी करता है.


ओएलएक्स के माध्यम से बढ़ाता था जान पहचान
वह ओएलएक्स के माध्यम से सामान बेचने के बहाने से लोगों को विश्वास दिलाने के लिए आर्मी की वर्दी पहन कर कैप्टन के रूप में अपनी जान पहचान बढ़ाता है. मंगलवार को कैंटोमेंट इलाके में उसकी मौजूदगी की भनक लगने के बाद एसटीएफ ने धर दबोचा.गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में बताय कि वह एलएलबी तृतीय सेमेस्टर का छात्र है. वर्ष 2008 में आर्मी में सिपाही की भर्ती के लिये प्रयास किया था, लेकिन सफल नहीं हुआ था. इसके बाद आनंद ने बेरोजगार युवकों को आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने की योजना बनाने लगा. योजना के मुताबिक पहले आर्मी कैप्टन की वर्दी बनवायी गयी और अपने आस-पास के लोगों को विश्वास दिलाया गया कि वह आर्मी में कैप्टन है. इसके बाद राजवीर सिंह उर्फ आनन्द कुमार का अमरनाथ यादव निवासी भिटारी थाना लोहता जनपद वाराणसी से मुलाकात हुई और अपने को कैप्टन बताते हुये आर्मी में भर्ती कराने की बात कही गयी.

25 लाख से अधिक की कर चुका है ठगी
इसके बाद अमरनाथ यादव एवं अभ्यर्थियों को विश्वास दिलाने के लिये आर्मी कैप्टन की वर्दी पहन कर अमरनाथ यादव के घर पर मुलाकात किया और आर्मी में भर्ती के नाम पर 07 लोगों से चौदह लाख की ठगी कर लिया. इनके अलावा उसने ने सुधाकर वर्मा, रजनीष और दिव्या से दस लाख रुपये आर्मी में भर्ती के नाम पर ले लिया. राजवीर सिंह उर्फ आनन्द ने अजय कुमार से डेढ़ लाख रुपये मिलिट्री कैण्टीन से सामान निकालने के नाम पर भी ठगी किया गया था. बाद में इसकी पत्नी एवं आस-पास के लोगों को इसके फर्जी आर्मी कैप्टन होने का संदेह होने लगा.

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