अंकिता खत्री ‘नादान’ को क्यों मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान ?
वो कहते हैं ना कि अगर आपमें काबिलियत है तो शोहरत और इज्जत अपने आप आपके कदम चूमेगी. पर हां इसके लिए ईमानदार प्रयास भी उतना ही जरूरी होता है. यह बात काशी की बेटी अंकिता खत्री “नादान” पर खासी मुफीद साबित होती है. जी हां अंकिता को कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया है. अंकिता को यह सम्मान अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में इंडियन कॉउंसिल फ़ॉर यू एन रिलेशन्स (ICUNR) की ओर से पिछले दिनों होटल ले मेरीडियन , नई दिल्ली में हुए भव्य समारोह में प्रदान किया गया.
कला को समर्पित है अंकिता
अंकिता 19 वर्ष की आयु से ही कला और सांस्कृतिक के प्रचार , प्रसार में लगी हैं. उन्होंने कला के विभिन्न आयामों से समाज को सकारात्मक संदेश दिया है जो उनकी खासियत को दर्शाता है. अंकिता के साथ इस आयोजन में अलग अलग क्षेत्रों की 12 अन्य महिलाओं को सम्मानित किया गया. जिनमें विगत 35 वर्षों से सौंदर्य प्रसाधन की अग्रणी कंपनी एरोमा मैजिक की संस्थापिका डॉ ब्लॉसम कोच्चर को लाइफ टाइम अचीवमेंट सम्मान दिया गया. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट के लॉयर श्री मंदीप सिंह को महिलाओं के हित के केस लड़ने के लिए “ही फ़ॉर शी” सम्मान प्रदान किया गया.
काशी का हुआ है सम्मान
पुरस्कार के लिए शिक्षा, समाज सेवा , महिला सशक्तिकरण ,पत्रकारिता,सोशल एंटरप्रेन्योरशिप आदि क्षेत्रों से देश और विदेश से प्रतिभाशाली तथा समाज में प्रभाव डालने वाली महिलाओं का चयन किया गया. अंकिता ने यह सम्मान काशी को समर्पित किया है. उन्होंने कहा कि अपने कलाकर्म द्वारा काशी का वैश्विक मंच पर पर प्रतिनिधित्व करना अत्यंत गौरव का विषय है. इस अवसर पर अंकिता ने अपने गुरुजनों और काशीजन को उनके स्नेहशीष हेतु आभार व्यक्त किया.