जानिए कौन थे अखिलेश यादव के सियासी गुरु, जिनकी ट्रेनिंग आज भी याद करते हैं पूर्व CM
समाजवादी पार्टी (सपा) राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को राजनीति में लाने का श्रेय जनेश्वर मिश्र यानी ‘छोटे लोहिया’ को जाता है। सपा के वरिष्ठ नेता बताते हैं कि मुलायम सिंह यादव ने जनेश्वर की देख-रेख में ही अखिलेश यादव को राजनीति गुर सीखाने की बात कही थी।
कई बार तो खुद आखिलेश यादव ने ही सार्वजनिक मंचों से कह चुके हैं कि जनेश्वर मिश्र ने उन्हें जो ट्रेनिंग दी है वह उन्होंने कहीं नहीं सीखी। यह वजह है कि आज जनेश्वर मिश्र के 10वीं पुण्यतिथि के मौके पर अखिलेश यादव ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
कौन थे जनेश्वर मिश्र-
5 अगस्त 1933 को बलिया में जन्मे जनेश्वर मिश्र की पढ़ाई-लिखाई इलाहाबाद में हुई। जनेश्वर शुरुआत से ही मेधावी और संघर्षशील नवयुवक के रूप में इलाहाबाद विश्वविद्यालय की राजनीति में भी जाने जाने लगे थे। बाद के दिनों में राष्ट्रीय स्तर पर भी जनेश्वर मिश्र ने अपनी छाप युवा नेता के तौर पर छोड़ी।
जानकार हैरानी होगी कि जनेश्वर मिश्र ने संघर्ष के दिनों में जिा मकान को इलाहाबाद में किराए पर लिया था, आखिर में 22 जनवरी 2010 को उसी मकान में उन्होंने अंतिम सांस ली। छोटो लोहिया के नाम से मशहूर जनेश्वर मिश्र सिर्फ उत्तर प्रदेश की राजनीति में ही नहीं बल्कि देश में भी जाने गए।
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