लॉकडाउन की दुश्वारियों से जूझ रहे बनारस के नाविक, अखिलेश ने ऑनलाइन जाना दर्द
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के विकास कार्यों का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जायजा लिया था। इस बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा जनप्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया था। पीएम के बाद अब यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने लॉकडाउन में काशीवासियों के दर्द को सुना। अखिलेश यादव ने रविवार को मांझी समाज के लोगों से रूबरू हुए।
नाविकों ने अखिलेश से बयां किया दर्द
अखिलेश यादव ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बनारस के मांझियों की समस्याओं को सुना। रविदास घाट के किनारे सयुस के जिलाध्यक्ष किशन दीक्षित ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये काशी के मांझियों की अखिलेश से बात कराई। मांझियों ने अखिलेश से भैंसासुर घाट पर प्रशासन द्वारा उजाड़े गए मांझियों के घरों के बारे में बतलाया। मांझियों ने कहा कि लॉक डाउन के चलते नाव संचालन बन्द होने से मांझियों के सामने भुखमरी की समस्या पैदा हो गई है। ऊपर से गरीब मांझियों के मकानों को प्रशासन ने ध्वस्त कर उन्हें मरने के कगार पर खड़ा कर दिया है।
अखिलेश ने दिया आश्वासन
वर्तमान समय में मांझियों के सामने मरने के अलावा और कोई चारा नहीं है। अखिलेश ने करीब दस मिनट तक मांझियों की समस्याओं को सुना। उन्होंने मांझियों को आश्वस्त किया पार्टी उनकी हर तरह की सम्भव मदद मुहैया कराएगी। अखिलेश ने स्थानीय नेता किशन दीक्षित को वीडियो कांफ्रेंसिंग पर ही आदेश दिया मांझियों की हर सम्भव मदद पार्टी के स्थानीय हर एक कार्यकर्ता अपने स्तर से करें।
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