फिर उठे ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल

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र्इवीएम मशीनों से वोटिंग को लेकर उत्‍तर प्रदेश निकाय चुनाव परिणाम निकलने के बाद विवाद फिर से तेज हो गया है। सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव व मायावती दोनों ने ही ईवीएम मशीनों को लेकर अब सवाल उठाये हैं। इनमें दो नाम और जुड़ गये हैं। पहला नाम सहारनपुर की शबाना का है। दूसरा लखनऊ से सपा की जानकीपुरम वार्ड से उम्‍मीदवार अपूर्वा वर्मा का। दोनों ने ही ईवीएम मशीनों पर सवाल खड़े किये हैं। इन दोनों को शून्‍य वोट मिले हैं।

वीडियो :

ज्ञात हो कि यूपी निकाय चुनाव में बीजेपी की जीत के लिए ईवीएम को श्रेय देने और ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने की बीएसपी सुप्रीमो मायावती की मांग के बाद अब एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी की जीत के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहराया है। मायावती की तरफ से सवाल उठाए जाने के कुछ ही घंटों बाद एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट के जरिए एक आंकड़ा पेश करते हुए दावा किया कि बीजेपी ने उन्हीं सीटों पर बेहतर प्रदर्शन किया है, जहां ईवीएम से चुनाव हुए हैं।

उत्तर प्रदेश के निकाय चुनावों में बीजेपी के बाद दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया मायावती ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। माया इससे पहले 2014 के आम चुनाव के दौरान भी EVM में गड़बड़ी का आरोप लगा चुकी हैं। निकाय चुनाव के परिणामों की बाबत पूछे जाने पर मायावती ने बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा कि यदि 2019 के लोकसभा चुनाव बैलट पेपर पर होते हैं तो उनकी पार्टी सफाया कर देगी।

यह बताना जरूरी है कि मायावती इस साल हुए यूपी विधानसभा चुनाव में BSP की करारी हार के बाद से लगातार EVM पर सवाल उठा रही हैं। मायावती ने आरोप लगाया था कि EVM में छेड़छाड़ की वजह से ही उनकी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।

अखिलेश यादव ने ट्वीट किया-बीजेपी को बैलेट पेपर पर महज 15 प्रतिशत व ईवीएम क्षेत्रों में 46 प्रतिशत वोट मिले हैं। उनका तंज साफ था कि ईवीएम में खेल हो सकता है।

राजधानी लखनऊ के जानकीपुरम वार्ड नंबर 58 से सपा प्रत्याशी अपूर्वा वर्मा एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो काफी हंगामा करतीं दिखीं। जानकीपुरम वार्ड नम्बर-58 का रिजल्ट आया, जिसमें अपूर्वा को एक भी वोट नहीं मिले। रिजल्ट आते ही अपूर्वा रोने लगीं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा- ‘ईवीएम मशीन से छेड़छाड़ कर मुझे जानबूझकर हराकर बीजेपी कैंडिडेट को जिताया गया। सिर्फ मेरे घर से ही कुल 50 वोट थे, लेकिन ईवीएम मशीन में जीरो वोट दिखाया गया। ऐसा संभव नहीं है। पूरा खेल EVM मशीन का है। हर जगह मोदी जी राजा बन गए हैं और हम प्रजा। ये लोकतंत्र नहीं, राजतंत्र है।’

अपूर्वा ने डीएम कौशल राज को लेटर लिखकर री-काउंटिंग कराने की मांग की है। साथ ही आरोप लगाया है कि बीजेपी की तरफ से चीटिंग की गई है।

अपूर्वा की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए डीएम ने वोटों की री काउंटिंग कराने का भरोसा दिया और खुद उन्हें लेकर मतगणना रूम में पहुंचे। इस बीच अपूर्वा काउंटिंग रूम के अंदर हंगामा करने लगी, जिसके बाद पुलिस की मदद से उन्हें बाहर कराया गया।

यूपी निकाय चुनाव के दौरान सहारनपुर में निर्दलीय महिला प्रत्याशी को एक भी वोट नहीं मिला. वहीं एक भी वोट नहीं मिलने से महिला प्रत्याशी चौंक गई। नतीजे आने पर प्रत्याशी ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये कैसे संभव है मेरा वोट भी मुझे नहीं मिला। कम से कम मेरे और मेरे परिवार को वोट तो मिलना था।

बता दें, कि वार्ड नंबर 54 से पार्षद प्रत्याशी शबाना को काउंटिंग में पता चला कि उन्हें एक भी वोट नहीं मिला है। इस पर शबाना ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कम से कम मेरा और मेरे परिवार का तो वोट मुझे मिला ही है। ऐसा कैसे संभव हो सकता है कि मेरा वोट भी मुझे नहीं मिला।

उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद थी कि कम से कम 900 वोट हमें मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी हुई है तभी मुझे एक भी वोट नहीं मिला। वहीं ईवीएम पर उंगली उठाते हुए शबाना के पति ने कहा कि ईवीएम में 100 प्रतिशत गड़बड़ है और इसकी जांच के साथ -साथ चुनाव भी दोबारा किए जाने चाहिए।

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