ईरान में फंंसे इन तीन युवकों की मदद नहीं कर पा रहा है विदेश मंत्रालय
14 जुलाई का एक मामला सामने आ रहा है, जब ऑयल टैंकर के क्रू में 12 सदस्यों में से नौ को छोड़ कर बाकि तीन को ईरान के कोस्ट गार्ड ने गिरफ्तार कर लिया था लेकिन इसके बारे कोई भी अन्य जानकारी नहीं दी गई और जेल में डाल दिया गया। इसके लिए सांसद राजकुमार चाहर ने रिहाई के लिए विदेश मंत्री डॉ. सुब्रमण्यम जयशंकर को पत्र लिखा है।
रिहाई के लिए विदेश मंत्रालय से करेंगे मुलाकात
यूएई में ऑयल कंपनी में कार्यरत फतेहपुर सीकरी के सौरोठी गांव निवासी राजवीर को ईरान में गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया। वह ऑयल टैंकर लेकर समुद्र मार्ग से क्रू मेंबरों के साथ शारजाह से दुबई जा रहे थे। रास्ते में ईरान के कोस्ट गार्ड ने गिरफ्तार कर लिया। इसके बारे में कोई जानकारी भी नहीं दी जा रही है। सांसद राजकुमार चाहर ने रिहाई के लिए विदेश मंत्री डॉ. सुब्रमण्यम जयशंकर को पत्र लिखा है। वह आज (बुधवार) दिल्ली में विदेश मंत्री से युवकों की रिहाई के संबंध में मुलाकात भी करेंगे।
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सुरौठी के रनवीर सिंह के बेटे राजवीर कैप्टन हैं। भरतपुर के राजकुमार चौधरी चीफ इंजीनियर और महाराष्ट्र के मिथुन देशपांडे कार्गो मैनेजर है। राजकुमार के पिता प्रदीप सिंह ने बताया कि वहां की सरकार कोई जानकारी नहीं दे रही है। साथ ही सवाल उठ रहा है कि आखिर क्यों विदेश मंत्रालय इन तीनों युवकों की मदद क्यों नहीं कर पा रहा है और उन नौ युवकों को छोड़कर सिर्फ इन्हीं तीनों को क्यों गिरफ्तार किया गया।
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