अवैध निर्माणों पर वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) का बुलडोजर चलना जारी है. शुक्रवार को लालपुर आवासीय योजना प्रथम चरण के अंतर्गत कुल तीन स्थानों पर अतिक्रमण के विरुद्ध कार्यवाही की गयी. वीडीए की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार लालपुर आवासीय योजना प्रथम चरण के अंतर्गत आराजी संख्या 373/2, 373/4, 394/5 जो प्राधिकरण की अधिकृत भूमि है उसके अंश भागपर कुछ अवैध कब्जेदारों ने चार प्लाट की चहारदीवारी बनवाकर कब्जा कर लिया गया था. इस मामले की जानकारी के बाद पिछले दस जनवरी को जोनल अधिकारी द्वारा चहारदिवारी ढहवा दी गई थी. इसके बावजूद अतिक्रमणकारियों ने फिर कब्जा कर लिया था. उस चहारदीवारी को फिर से ढहाया गया और कब्जा करनेवालों को हिदायत देने के साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है.
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बारात घर की जमीन पर जमा लिया था कब्जा
इसके अलावा लालपुर आवासीय योजना प्रथम चरण आराजी संख्या 392, 393 के अंश भाग पर अवांछित लोगों ने प्राधिकरण की भूमि पर चहारदीवारी बनवा कर कब्जा कर लिया था. इस अवैध कब्जे को भी ढहवाया गया. प्राधिकरण की ओर से बताया गया कि लालपुर आवासीय योजना में स्थित प्राधिकरण की भूमि जो बारातघर के लिए छोड़ी गयी थी उसका रकबा लगभग 560 वर्ग मीटर है. इस पर भी अतिचारियों द्वारा अतिक्रमण कर बाउंड्री बना ली गई थी. इसे भी तोड़वाकर प्राधिकरण की ओर से बाउंड्री का निर्माण कराया जा रहा है. इस कार्रवाई के दौरान संयुक्त सचिव परमानन्द यादव, तहसीलदार सुनील कुमार श्रीवास्तव, जोनल अधिकारी सिंह गौरव जयप्रकश, सहायक अभियंता शिवाजी मिश्रा आदि रहे.
अवैध निर्माण तोड़े जाने के साथ वीडीए पर लग रहे आरोप
गौरतलब है कि वीडीए इन दिनों अवैध प्लाटिंग और अपनी सम्पत्ति पर कब्जे के प्रति सतर्कता बरत रहा है. लेकिन उसकी कार्रवाई पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं. काशी में गंगा घाटों पर प्रतिबंध के बावजूद होटल, रेस्टोरेंट और भवन बनाने की नागरिक सोशल मीडिया के जरिए शिकायतें कर रहे हैं. लेकिन कार्रवाई नही हो सकी. स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर की सड़कों पर खुलेआम हरा पर्दा लगाकर अवैध निर्माण किया जा रहा है. शिकायत के बावजूद कार्रवाई नही होती. पिछले दिनों अस्सी घाट और आसपास निरीक्षण करने गये वीडीए के अधिकारी वहां हो रहे अवैध निर्माण को देखने के बावजूद आगे बढ़ गये. लोग वीडीए की कार्रवाई में भेदभाव का भी आरोप लगा रहे हैं.