राजनाथ से माकपा, पहलू खान, अखलाक के परिवारों ने की मुलाकात
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ गोरक्षकों की हिंसा का शिकार हुए मोहम्मद अखलाक(Mohammed Akhlaq) तथा पहलू खान के बेटों तथा अन्य प्रभावित परिवारों ने मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। माकपा ने कहा कि गृहमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया और उनसे न्याय और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने की मांग की गई।
प्रतिनिधिमंडल ने 22 जून को जुनैद की हत्या, पिछले साल अगस्त में हरियाणा के डिंगरहेरी के गरीब मुस्लिम परिवार की दो लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म, इस साल अप्रैल में पहलू खान की हत्या, सितंबर 2015 में मोहम्मद अखलाक की हत्या तथा इस साल 24 अप्रैल को दिल्ली में भीड़ द्वारा भैंस ले जा रहे ट्रक के चालक रिजवान की पिटाई का मामला उठाया।
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गृहमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को सभी मुद्दों पर कार्रवाई का भरोसा दिया, लेकिन इस ओर इशारा किया कि कानून-व्यवस्था मूल रूप से राज्य के दायरे में है।
प्रतिनिधिमंडल ने गृहमंत्री से आग्रह किया कि वह अधिकारियों को गाय से संबंधित हिंसा के मामलों की सूचना इकट्ठी करने का निर्देश दें, क्योंकि इस तरह हिंसा में एक खास तरह का पैटर्न है।
प्रतिनिधिमंडल ने विज्ञप्ति में कहा, “हिंसा में एक खास तरह का पैटर्न है, जो यह संकेत देता है कि ये घटनाएं अचानक किसी भीड़ की हिंसा के कारण नहीं होतीं, बल्कि इनमें से प्रत्येक मामले के पीछे तथाकथित गोरक्षकों के संगठित समूह होते हैं।”
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प्रतिनिधिमंडल ने राजनाथ से कहा, “मामलों में आरोपी को अगर गिरफ्तार किया भी जाता है, तो उन्हें आसानी से जमानत मिल जाती है। महीना ही नहीं, सालों बीतने के बाद भी आरोप तय नहीं किए जाते। अधिकांश मामलों में पड़ित या उनके परिजनों को झूठे मुकदमों का सामना करना पड़ता है। अधिकांश मामलों में मुआवजा नहीं दिया जाता।”
प्रतिनिधिमंडल ने कहा, “हमारी दरख्वास्त है कि प्रत्येक पक्ष पर नजर रखी जाए और उनपर कार्रवाई की जाए, ताकि पीड़ितों को न्याय मिले और इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए एक ठोस संदेश भेजें।”
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