आदिपुरुष के बदले डायलॉग्स, फिर भी नहीं थमा विरोध, डायलॉग्स की भाषा अब भी टपोरी
भारतीय फिल्म डायरेक्टर ओम राउत के निर्देश में बनी फिल्म आदिपुरुष को लेकर विरोध जारी है। गुरुवार को फिल्म के मेकर्स ने फिल्म आदिपुरुष के उन 5 डायलॉग्स को बदल दिया है। जिन डायलॉग्स की आलोचना हो रही थी। बदलावों के साथ फिल्म आदिपुरुष थियेटर्स में दिखाई भी जा रही है। लेकिन समस्या अब भी ज्यों का त्यों ही है। दरअसल, मेकर्स ने बड़ी सरलता से डायलॉग्स बदलने का एलान कर दिया था। फिल्म के डायलॉग्स बदले भी गए, लेकिन मेकर्स ने भाषा पर कोई बदलवा नही किया। बदले गए डायलॉग्स की भाषा अब भी टपोरी व लम्पट वाली ही है।
फिल्म के बदले डायलॉग्स में चूक
फिल्म आदिपुरुष के डायलॉग्स पर बवाल की आंधी के बाद मेकर्स ने फिल्म को डायलॉग्स तो बदले पर उसमें भी चूक हो गई। मेकर्स ने बड़ी चतुराई दिखाते हुए डायलॉग्स में बाप शब्द को हटाकर डायलॉग्स को बदल दिया है। मगर डायलॉग्स की भाषा बदलना मेकर्स भूल गए। डायलॉग्स की भाषा अब भी टपोरी वाली ही रखी गई है। जिसपर लोगों की नाराजगी ज्यों का त्यों ही बनी हुई है।
पुराने डायलॉग्स |
बदले गए डायलॉग्स
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1. | कपड़ा तेरे बाप का, तेल तेरे बाप का,
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कपड़ा तेरी लंका का, तेल तेरी लंका का |
2. | आग भी तेरे बाप की, जलेगी भी तेरे बाप की,
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आग भी तेरी लंका की, जलेगी भी तेरी लंका ही |
3. | ‘तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने आ गया’ | (कोई बदलाव नहीं) |
4. | जो हमारी बहनों को हाथ लगाएंगे, उनकी लंका लगा देंगे | (कोई बदलाव नहीं) |
केवल शब्द बदले भाषा वही टपोरी
फिल्म के जिस सीन्स को बदला गया है। उसमे सीन में हनुमान जी की पूंछ में आग लगी हुई है। वो मुड़ते हैं और मेघनाद से कहते हैं- ‘कपड़ा तेरी लंका का, तेल तेरी लंका का, आग भी तेरी लंका की, जलेगी भी तेरी लंका ही।’ बता दें कि ये वही डायलॉग्स हैं जिन्हें बदल दिया गया है। इनके स्थान पर फिल्म में पहले कपड़ा तेरे बाप का, तेल तेरे बाप का, आग भी तेरे बाप की, जलेगी भी तेरे बाप की डायलॉग्स सुनाई दे रहे थे। यानी इन डायलॉग्स में केवल बाप शब्द को हटा कर लंका कर दिया गया है। अब लोग इस बात का विरोध कर रहे हैं कि फिल्म में जिस भाषा का प्रयोग किया गया है, वह सड़क-छाप व टपोरी भाषा है। हिंदू भगवान के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल भगवान का अपमान करना है।
डायलॉग्स की डबिंग से लिप्सिंग बिगड़ी
फिल्म आदिपुरुष 600 करोड़ के बजट में बनी है। इसमें अव्वल दर्जे के VFX का इस्तेमाल किया गया है। बावजूद इसके फिल्म की क्लिप्ल कमाल नही कर पाई हैं। अब ऐसे में डायलॉग्स को बदलने के चलते डबिंग के बाद कैरैक्टर्स के मुंह से लिप्सिंग का साउंड बराबर फिट नही बैठ पा रहा है। भले ही अब बदले डायलॉग्स की वजह आपको लंका शब्द सुनाई देगा, पर लिप्सिंग साउंड में बाप ही फील होगा।
मनोज ने कहा- हमने आसान बनाई है भाषा
वहीं फिल्म के डायलॉग्स बदल जाने के बाद डायलॉग्स लेखक मनोज मुंतशिर ने फिर से बयान दिया है। एक इंटरव्यू में मनोज ने कहा कि यह कोई गलती नही है, एक बहुत ही सावधानीपूर्वक विचार प्रक्रिया है। जो बजरंगबली और सभी कैरेक्टर के लिए डायलॉग्स लिखने में चली गई। हमने इसे आसान बना दिया है। क्योंकि हमें एक बात समझना होगा, अगर किसी फिल्म में कई किरदार हैं, तो सभी एक ही भाषा में बोल सकते।
बॉक्स ऑफिस पर फीकी पड़ती आदिपुरुष
फिल्म आदिपुरुष के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की बात करें तो उसमें पहले से ही भारी गिरावट दर्ज की गई है। 16 जून को रिलीज हुई फिल्म ने पहले ही दिन 140 करोड़ का रिकॉर्डतोड़ कलेक्शन किया था। लेकिन दिन गुजरते के साथ ही ‘आदिपुरुष’ की कमाई रविवार के मुकाबले 75% से भी ज्यादा कम हो गई। रविवार को फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 69 करोड़ रुपये ही कमाए। सैकनिल्क की रिपोर्ट बताती है कि सोमवार को फिल्म का कलेक्शन 16 करोड़ रुपये ही हुआ। वहीं बात आज की करें तो, फिल्म का कलेक्शन गिरकर 10 करोड़ के आसपास आ गया है। ऐसे में यही कह सकते हैं कि फिल्म की लंका लग चुकी है।