काशी में 26 स्वतंत्रता सेनानियों के गांव में बनेगा संग्रहालय, आएंगे सैलानी

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वाराणसी: काशी को हम सभी धर्म और आध्यात्म की नगरी के रूप में ही जानते हैं. यहां के मठ-मंदिर और घाटों के बारे में भी हमें पता है. लेकिन, क्या आपको ये पता है कि यहां एक ऐसा गांव है, जहां 26 स्वतंत्रता सेनानियों का घर है. जी हां ! वाराणसी में स्थित करखियांव गांव को शहीदों का गांव कहा जाता है, क्योंकि यहां पर 26 सेनानियों का घर है. अब प्रदेश सरकार की ओर से इनके लिए संग्रहालय बनाएगा, जिनमें सेनानियों से संबंधित जानकारी को सहेजा जाएगा. यहां गेमिंग जोन और फूड कोर्ट भी बनाया जाएगा. साथ ही गांव में स्थित तालाब के इर्दगिर्द पाथवे बनेगा और 51 फीट ऊंचे शहीद स्तंभ का निर्माण किया जाएगा जिस पर विशाल तिरंगा फहराया जाएगा.

पर्यटन उपनिदेशक ने भेजा प्रस्ताव…

बताया जा रहा है कि उपनिदेशक पर्यटन आरके रावत के द्वारा इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है. उम्मीद है कि जल्द ही इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिल जाएगी. विभाग ने इसकी सारी तैयारी पूरी कर ली है. क्षेत्रीय विधायक ने बताया कि संग्रहालय में सभी 26 स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरें लगाकर उनके बारे में जानकारी दी जाएगी. पर्यटन विभाग के अधिकारी जल्द ही स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों से मिलकर सेनानियों की सहेजर रखी उन सारी वस्तुएं लेने का अभियान प्रारंभ करेंगे जिससे लोगों को प्रेरणा मिल सके.

संग्रहालय में 4 महिलाओं समेत 22 पुरुषों के होगी गाथा…

बता दें कि इस गांवों में स्वतंत्रता सेनानियों में चार महिलाएं और 22 पुरुष शामिल हैं. इन लोगों के नाम सुरसती देवी, कलावती देवी, गंगातली देवी, नौरंगी देवी, नारायण मिश्र, वासदेव मिश्र, आद्या नारायण, अवध नारायण सिंह, जयश्री सिंह, महेश सिंह, वाली सिंह, खिद्दीर उर्फ जगदेव, रामनारायण उर्फ छिनौती सिंह, बाबूनंदन, चरित्वर, भगवंता यादव, भगवती, रामकृपाल मौर्य, लुप्पुर मौर्य, वासदेव सिंह, वंशराज सिंह, श्रीनारायण, देवमूर्ति शर्मा, रामकरन यादव, विपत पाल आदि हैं.

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डॉक्यूमेंट्री में दिखाया जाएगा गांव का इतिहास…

उपनिदेशक पर्यटन आरके रावत ने बताया कि इस गांव में टूरिस्टों के रुकने की व्यवस्था को भी ध्यान में रखा जाएगा. इसके साथ ही एक हॉल तैयार होगा, जिसमें हम डॉक्यूमेंट्री के रूप में भी इस गांव के इतिहास को दिखाएंगे. यहां पर बैठने और पेयजल की भी व्यवस्था की जाएगी. टूरिस्ट आ सकें इसके लिए भी तमाम व्यवस्था होगी.

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