नागरिकता मुद्दे पर एक और पार्टी बीजेपी के विरोध में, एनडीए पार्टी पीएमके भी खिलाफ
बीजेपी की सहयोगी पार्टियां भी उससे नागरिकता कानून के मुद्दे पर अलग होती जा रही हैं। इस मुद्दे पर संसद में उसका सहयोग करने वाली पार्टी पट्टाली मक्कल काची (PMK) ने उसके खिलाफ बयान दिया है।
नागरिकता संसोधन विधेयक के समर्थन में राज्यसभा में वोट करने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सहयोगी पार्टी पट्टाली मक्कल काची (PMK) ने तमिलनाडु में मंगलवार को राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) का पुरजोर विरोध किया है। चेन्नई से 120 किमी दूर तिन्दिवानाम में आयोजित पार्टी की एक बैठक में एनआरसी के खिलाफ एक संकल्प पत्र पढ़ा गया।
तमिलनाडु में एनआरसी लागू करने की कोई आवश्यक्ता नहीं
संकल्प पत्र में कहा गया है, ‘तमिलनाडु में एनआरसी लागू करने की कोई आवश्यक्ता नहीं है, क्योंकि यह राज्य किसी भी देश की सीमा ने जुड़ा हुआ नहीं है। इससे लोगों में बेवजह लोगों के बीच आशंका का माहौल बनेगा।’
कई पार्टियां विरोध में
इससे पहले बिहार में बीजेपी की सहयोगी पार्टी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में और अकाली दल ने पंजाब में एनआरसी का विरोध किया है। वहीं, पीएमके ने केंद्र सरकार से एनआरसी और एनपीआर पर स्थिति स्पष्ट करने की भी मांग की है।
सरकार के पास श्रीलंका से आए सभी शरणार्थियों की लिस्ट
पीएमके का कहना है कि सरकार के पास श्रीलंका से आए सभी शरणार्थियों की लिस्ट है, जो कि भारत में रह रहे हैं। इसके अलावा अन्य देश से यहां शर्णार्थियों के आने की कोई संभावना नहीं है। इसलिए तमिलनाडु में एनआरसी लागू करने की कोई आवश्यक्ता नहीं है। साथ ही पीएमके ने केंद्र और राज्य सरकार से एनआरसी नहीं लागू करने की अपील की है।
ज्ञात हो कि पीएमके के इकलौते राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अंबुमणि रामदॉस ने नागरिकता संसोधन कानून के समर्थन में राज्यसभा में वोटिंग की थी।