व्यापारी को बचाने आये युवक को बदमाशों ने मारी गोली, लोगों ने किया पुलिस पर पथराव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की कानून व्यवस्था पर फिर से सवाल उठे हैं।
धनतेरस की शाम सारनाथ के भसौड़ी गांव के समीप दुकान से घर जा रहे सर्राफा रवीन्द्र सेठ को तीन नकाबपोश बदमाशों ने लूटने की कोशिश की।
तभी वहां से गुजर रहे कमलेश यादव निहत्थे ही असलहाधारी लुटेरों से भिड़ गया।
इस घटना में कमलेश गंभीर रूप से जख्मी हुआ।
घटना से गुस्साए स्थानीय लोग सड़क पर उतर गए है जाम लगा दिया।
मौके पर पहुंची पुलिस पर लोगों ने पथराव किया।
इस दौरान एसएसपी आनंद कुलकर्णी को हल्की चोट आई है।
छावनी में तब्दील हुआ इलाका-
इस घटना के बाद पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
मौके पर कई थानों की फोर्स देर रात तक जमी थी।
एडीजी ब्रज भूषण ने भी मौके का मुआयना किया।
साथ ही उन्होंने बदमाशों के धर पकड़ का निर्देश दिया।
सथवां गांव निवासी रविंद्र सेठ की आभूषणों की दुकान दामोदरपुर नहर पर है।
धनतेरस पर बिक्री काफी हुई थी और रात लगभग साढ़े आठ बजे वह दुकान बंद कर घर जा रहा था।
भसौड़ी गांव के समीप बाइक सवार तीन नकाबपोश बदमाशों ने व्यवसाई को ओवरटेक कर लिया।
उन्होंने बांका से सरार्फा व्यवसाई रविंद्र की गर्दन पर वार किया जिसके बाद रवीन्द्र शोर मचाते हुए बदमाशों के साथ भिड़ गया।
सेना भर्ती की तैयारी करता था कमलेश-
गुहार सुनकर भसोड़ी निवासी कमलेश यादव दौड़ते हुए पहुंचा और बदमाशों से भिड़ गया।
उसने एक बदमाश को पटक दिया।
इससे गुस्साए बदमाशों ने कमलेश के सीने में बांयी तरफ गोली मार दी।
कमलेश की मवैया स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
इसके बाद तीनों बदमाश सथवां गांव की तरफ भाग गए।
मौके पर पहुंची पुलिस ने बांका बरामद कर लिया।
मृतक भैसोड़ी गांव के मौजूदा प्रधान साधु यादव का भतीजा है।
कमलेश सेना भर्ती की तैयारी कर रहा था और इसके लिए वह रोजाना सुबह और रात को दौड़ लगाता था।
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