‘योगी राज’ में जहरीली शराब ने निगली दस जिंदगियां
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में जहरीली शराब का कारोबार बढ़ रहा है, जिसके चलते 10 लोगों की मौत होने की जानकारी मिली है। वहीं अन्य लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस घटना के बाद जहरीली शराब मामले में जिला आबकारी अधिकारियों और नागल थाना के एसएचओ की लापरवाही सामने आ रही है।
#UPCM श्री @myogiadityanath जी ने जनपद कुशीनगर और सहारनपुर में जहरीली शराब से हुई मौतों का संज्ञान लेते हुए मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये और अस्पतालों में उपचार करा रहे प्रभावितों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिये जाने की घोषणा की।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) February 8, 2019
नागल एसएचओ हरीश कुमार रावत की लापरवाही आई सामने
सहारनपुर जिले के नागल थाना क्षेत्र के गांव उमाही कलां में जहरीली शराब से पांच लोगों की मौत होने का मामला सामने आया है। जिले में जहरीली शराब और नशे के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है लेकिन चार लोगों की मौत के बाद क्षेत्र के एसएचओ हरीश कुमार रावत और आबकारी अधिकारियों की लापरवाह कार्यशैली पर भी सवालों के घेरे में आ गयी है।
सीएम योगी ने लिया मामले में संज्ञान
कुशीनगर के बाद सहारनपुर में जहरीली शराब के मामले को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लेते हुए जहरीली शराब पीने वाले पीड़ितों को उचित चिकित्सा देखभाल देने के लिए जिलाधिकारी को निर्देशित किया है।
बता दें कि दोनों ही जिलों में जहाँ दस लोगों की मौत हो गयी वहीं दर्जन भर से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। इसके अलावा सीएम योगी ने प्रमुख सचिव आबकारी को दोनों जिलों के आबकारी अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए हैं और 15 दिन के अंदर अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ आबकारी विभाग और पुलिस को संयुक्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
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