रिवर फ्रंट घोटाले में अखिलेश के बाद चाचा शिवपाल पर लटकी जांच की तलवार !
उत्तर प्रदेश के चर्चित गोमती रिवर फ्रंट घाेटाला (RiverFrontscam) मामले में प्रवर्तन निदेशालय की टीमें यूपी समेत चार राज्यों में छापेमारी कर रही हैं। मामले में लखनऊ में दो जगह गोमतीनगर और राजाजीपुरम में छापेमारी चल रही है।
ईडी को उन अकूत संपत्तियों की तलाश है, जो मामले में आरोपी इंजीनियरों ने जुटाई है। बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी सरकार में शुरू हुए रिवर फ्रंट प्रॉजेक्ट की जांच की आंच तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव और सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव सहित कई बड़ों तक पहुंच सकती है।
Also Read : रिलीज होते ही यूट्यूब पर हिट खेसारी का नया गाना ‘चटर चटर’
यह भी कहा जा रहा है कि जो दस्तावेज बरामद हुए हैं, उनसे आरोपी सिंचाई विभाग के आठों इंजीनियरों, निर्माण से जुड़ी सभी कंपनियों और अधिकारियों के घोटाले से जुड़े होने की कड़ियां मिल रही हैं। इसके अलावा गलत तरीके से टेंडर देने और कमीशन के चक्कर में प्रोजेक्ट की लागत बढ़ाने की जानकारी भी मिली है। घोटाले के तार कई बड़ों तक पहुंचने की भी संभावना है।
गौरतलब है कि जिस समय रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट का कार्य शुरू हुआ उस समय शिवपाल सिंह यादव के पास सिंचाई मंत्री का भी प्रभार था। उनके करीबी अधिकारी और कई एजेंसियां भी सीबीआई और ईडी के रडार पर हैं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)