सपा से गठजोड़ करेंगे, बशर्ते…. : शिवपाल यादव
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच की खाई पटती नजर आ रही है? जी नहीं, हम ये नहीं कह रहे, बल्कि हालात इस ओर इशारा कर रहे हैं। 2019 का चुनाव नजदीक है और चुनाव में सियासत में कुछ भी हो सकता है।
प्रगतिशील समाजपार्टी संरक्षक शिवपाल यादव ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया। शिवपाल ने कहा कि मैं पार्टी में अपमानित महसूस कर रहा था इसलिए सपा पार्टी छोड़ी थी। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ गठबंधन कर सकता हूं, लेकिन पार्टी का विलय कतई नहीं करेंगे। गठबंधन भी बराबर की भागीदारी और सम्मानजनक सीटों पर ही संभव होगा।
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शिवपाल यादव ने एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में साफ किया कि वो अखिलेश के साथ गठबंधन तो कर सकते है लेकिन पार्टी के साथ विलय नहीं करेंगे। प्रगतिशील समाजपार्टी संरक्षक शिवपाल यादव भी शक्ति प्रदर्शन के जरिए हुंकार भरने को तैयार हैं। इसके लिए उन्होंने 9 दिसंबर का दिन तय किया है।
शिवपाल के जवाब से सब हैरान
इस बयान ने सबको हैरत में भी डाल दिया है। मीडिया ने सवाल किया था कि उनकी इस रैली में क्या मुलायम सिंह शामिल होंगे तो, शिवपाल यादव ने दो टूक हा कि नेताजी का आना या ना आना अब कोई मुद्दा नहीं है।
शिवपाल के इस जवाब ने सभी को चौंका दिया है क्योंकि अबतक शिवपाल हर मंच से कहते रहते हैं कि नेता जी मेरे साथ हैं और देखा भी यही गया है कि शिवपाल के साथ कई कार्यक्रमों में शिवपाल के साथ मुलायम सिंह यादव मंच सांझा करते नजर आए हैं। अब ऐसे में शिवपाल यादव का ऐसा दो टूक कहना लोगों को खटक रहा है। उनके इस जबाव के लोग यही मायने निकाल रहे हैं कि शायद शिवपाल के लिए नेता जी का आना न आना कोई महत्व नहीं रखता।
राजा भैया ने रैली के जरिए किया था शक्ति प्रदर्शन
प्रतापगढ़ कुंडा से निर्दलीय विधायक और बाहुबली रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने 30 नवंबर को अपने राजनीति करियर के 25 साल पूरे होने के मौके पर विशाल रैली का आयोजन किया था। लखनऊ के रमाबाई मैदान में रैली की थी। इसमें जनसैलाब उमड़ पड़ा था। अब देखना होगा कि शिवापाल यादव की रैली राजा भैया की इस रैली को टक्कर दे पाती है या नहीं।
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