राम जन्मभूमि पर राम मंदिर नहीं बनेगा तो वहां किसका मंदिर बनेगा?
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर शनिवार को योग गुरु रामदेव (Ramdev) ने भी बयान दिया। रामदेव ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा ‘यदि न्यायालय के निर्णय में देर हुई तो संसद में इसका बिल जरूर आएगा, आना ही चाहिए।
‘ उन्होंने कहा ‘राम जन्मभूमि पर राम मंदिर नहीं बनेगा तो वहां किसका मंदिर बनेगा?’ रामदेव ने कहा कि संतों और रामभक्तों ने संकल्प किया है अब राम मंदिर में और देर नहीं लगेगी। मुझे लगता है कि इसी साल शुभ समाचार देश को मिलेगा।
मामले की सुनवाई की अगली तारीख तय करेगा
बता दें कि अयोध्या विवाद का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है। अयोध्या विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 29 अक्टूबर अहम सुनवाई टल गई थी। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस के एम जोसफ की बेंच ने इस मामले को अगले साल जनवरी के लिए टाल दिया है। सुप्रीम कोर्ट अब जनवरी में मामले की सुनवाई की अगली तारीख तय करेगा।
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उस दिन यह भी तय होगा कि सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बेंच ही मामले की सुनवाई करेगी या इसके लिए कोई नई बेंच का गठन किया जाएगा। वहीं अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर बीजेपी के पूर्व सांसद और रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष राम विलास वेदांती ने कहा है कि राम मंदिर का निर्माण कार्य दिसंबर से शुरू होगा।
मस्जिद का निर्माण लखनऊ में कराया जाएगा
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बिना किसी अध्यादेश के अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा। वेदांती ने कहा कि आपसी सहमति से राम मंदिर अयोध्या में और मस्जिद का निर्माण लखनऊ में कराया जाएगा।
वहीं यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि राम मंदिर मामले में कुछ नहीं कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कोर्ट में मामला लंबित होने के कारण यूपी की सत्तासीन योगी सरकार और केंद्र सरकार कुछ नहीं कर सकती है। साभार
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