कैंसिल हुई नलकूप चालक की परीक्षा, गिरफ्तार किए 11 लोग
उत्तर प्रदेश में नलकूप चालक के 3210 पदों के लिए रविवार को होने वाली परीक्षा स्थगित कर दी गई है। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने यह कदम पेपर लीक होने के बाद उठाया है। एसटीएफ ने इस मामले में 11 लोगों को मेरठ से गिरफ्तार किया है।
इन लोगों पर पेपर को लीक करने का आरोप है। पेपर आउट होने का सूचना मिलते ही आयोग में हड़कंप मच गया। आनन फानन परीक्षा को निरस्त करने का फैसला किया। आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा की दूसरी तारीख बाद में घोषित की जाएगी।
गैंग का सरगना अमरोहा में सरकारी शिक्षक है
इस मामले की जांच कर रही यूपी एसटीएफ ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से कई मोबाइल फोन, अहम दस्तावेज और करीब 15 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं। इस गैंग का सरगना अमरोहा में सरकारी शिक्षक है। वहीं कानपुर में परीक्षा देने के लिए शनिवार देर रात सेंट्रल स्टेशन पहुंचे अभ्यर्थियों को जैसे ही मालूम पड़ा कि परीक्षा स्थगित हो गई है, उन्होंने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी।
Also Read : अब BSP जनता के बीच में जाकर सुनाएगी दलित उत्पीड़न की दास्तां
नलकूप चालक परीक्षा 3210 पदों के लिए प्रदेश के आठ जिलों में आयोजित होनी थी। इसके लिए दो लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। आयोग के अध्यक्ष सीबी पालीवाल ने बताया कि परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है। इसकी जांच करायी जा रही है कि पेपर कैसे आउट हुआ। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कड़े कदम उठाये जाएंगे।
इससे पहले आयोग ने परीक्षा संपन्न कराने की पूरी तैयारी कर ली थी। लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ, आगरा और बरेली में पर्यवेक्षक भी भेजे जा चुके थे।
बता दें कि नलकूप चालक भर्ती परीक्षा का विज्ञापन साल 2016 में जारी हुआ था। पहले इसमें स्क्रीनिंग परीक्षा के बाद साक्षात्कार के जरिये चयन होना था, लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद इसकी प्रक्रिया रोक दी गई थी। बाद में आयोग ने सिर्फ लिखित परीक्षा के आधार पर ही चयन का फैसला किया है।साभार
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)