‘उज्जवला योजना से मिल रहा महिलाओं को सम्मान’
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा कि ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ने एक सामाजिक आंदोलन का रूप ले लिया है और बड़ी संख्या में लाभार्थी एलपीजी सिलेंडर की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए आवेदन कर रहे हैं। प्रधान ने यहां पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय की एक प्रमुख योजना प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के बारे में मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘महिलाओं को मिला सम्मान, यही है उज्ज्वला की पहचान।’
प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ने नए एलपीजी कनेक्शन मुहैया कराने के मामले में वित्त वर्ष 2016-17 के लिए तय लक्ष्य पार कर लिए हैं। उन्होंने कहा, “गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) जीवन यापन कर रहे परिवारों के लिए इस योजना के प्रथम वर्ष में 2.20 करोड़ से ज्यादा एलपीजी कनेक्शन दिए गए हैं। एसईसीसी 2011 के डेटा से यह जानकारी उभर कर सामने आई है। यह वित्त वर्ष के लिए तय 1.5 करोड़ कनेक्शनों के लक्ष्य से अधिक है।”
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1 मई, 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का शुभारंभ किया था। प्रधान ने कहा, “वित्त वर्ष 2016-17 में तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने देश भर में 3.25 करोड़ नए कनेक्शन दिए हैं।
यह किसी भी वर्ष में अब तक जारी किए गए सर्वाधिक कनेक्शन हैं।” उन्होंने कहा कि आज सक्रिय एलपीजी उपभोक्ताओं की कुल संख्या 20 करोड़ के पार चली गई है। यह वर्ष 2014 में आंके गए 14 करोड़ सक्रिय एलपीजी उपभोक्ताओं की तुलना में काफी अधिक है।
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प्रधान ने कहा कि देश में एलपीजी की मांग में 10 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई है, और पिछले तीन वर्षो में 4600 से ज्यादा नए वितरक बने हैं, जो मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों से वास्ता रखते हैं।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के क्रियान्वयन से जुड़ी मुख्य बातों का उल्लेख करते हुए प्रधान ने कहा कि 50 फीसदी नए उपभोक्ता रिफिल के लिए वापस आ चुके हैं। इस योजना के लगभग 38 फीसदी लाभार्थी एससी/एसटी श्रेणी के हैं।