यूपी में ‘राम’ के बाद ‘लक्ष्मण’ पर संग्राम
यूपी में राम के बाद अब लक्ष्मण पर संग्राम मच गया हैं। यूपी की राजधानी में लखनऊ में लक्ष्मण की मूर्ति पर विवाद छिड़ गया है। लखनऊ के लक्ष्मण का टीला वाला इलाका जो कि अब टीले वाली मस्जिद के नाम से जानी जाती है। वहां, भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण की बड़ी प्रतिमा लगाने पर विवाद छिड़ गया है।
भाजपा की सियासत के लिए बेहद मुफीद होते जा रहे हैं
भाजपा अब इस मुद्दे को तूल देते हुए वोट हासिल करने का गेम प्लान करती दिखाई दे रही है। इस मामले से सपा और बसपा जैसी पार्टियां इस विवाद से खुद को दूर रखना बेहतर समझ रही हैं। लेकिन मुस्लिम मौलानाओं और धर्म गुरुओं की तरफ से आ रहे बयान भाजपा की सियासत के लिए बेहद मुफीद होते जा रहे हैं।
मेयर संयुक्ता भाटिया आरएसएस परिवार से आती हैं
मेयर संयुक्ता भाटिया आरएसएस परिवार से आती हैं। वे लखनऊ के टीले वाली मस्जिद के पास नगर निगम की जमीन पर लक्ष्मण की भव्य प्रतिमा बनाने की हिमायती हैं। इस फैसले पर पहले विवाद होना और अब सियासत होना भी तय है।
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बता दें कि बीजेपी के दो पार्षदों रजनीश गुप्ता और रामकृष्ण यादव ने टीले वाली मस्जिद के पास नगर निगम की जमीन पर लक्ष्मण की बड़ी प्रतिमा लगाए जाने का प्रस्ताव रखा तो भाजपा की मेयर संयुक्ता भाटिया ने इसे खुला समर्थन दे दिया। हालांकि मुस्लिम पक्ष ने भी इस मामले को गरमाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस कड़ी में सबसे पहले टीले वाली मस्जिद के इमाम ने इसका विरोध किया फिर शिया और सुन्नी मौलाना ने यह कह कर विरोध किया कि यहां पर लक्ष्मण की प्रतिमा लगाए जाने से तनाव और विवाद होगा।
लाल जी टंडन ने अपनी किताब में किया था जिक्र
गौरतलब है कि लखनऊ को लक्ष्मण की नगरी के तौर पर जाना जाता रहा है, पौराणिक ग्रंथ में इसे लक्ष्मण की नगरी कहते हैं। बीजेपी के दिग्गज नेता और अटल बिहारी वाजपेयी के सबसे करीबी माने जाने वाले लालजी टंडन ने अपनी किताब में टीले वाली मस्जिद के नीचे लक्ष्मण की गुफा का जिक्र कर चुके हैं।
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