विश्वनाथ मंदिर : मकान बेचने वालों से वसूला जा रहा ‘गुंडा टैक्स’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों के प्रोजेक्ट श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए अपने मकान मंदिर को बेचने वाले से बिचौलिये कथित तौर पर ‘गुण्डा टैक्स’ वसूल रहे हैं। इतना ही नहीं स्थानीय थाने पर भी आरोप लग रहे हैं कि वो बिचौलियों की वसूली में मददगार बनी हुई है।
दरअसल, मंगलवार को चौक थानान्तर्गत लाहौरी टोला मकान नंबर डी 1/ 22 निवासी बूढ़े पुरोहित रमाकांत मिश्रा पत्नी कमलावती देवी के साथ वाराणसी एसएसपी आर के भारद्वाज से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने एसएसपी से शिकायत की कि विश्वनाथ कॉरीडोर परियोजना में उनका मकान बिकने के बाद सरकार की ओर से मिले पैसों पर कुछ लोगों ने कथित तौर पर ‘गुंडा टैक्स’ की मांग की, जिसे पहले तो हल्के में लिया लेकिन अचानक 13 तारीख की रात को उनके घर स्थानीय थाने की पुलिस पूरे दलबल के साथ आ धमकती है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, वाराणसी के कार्यालय पर गुहार लेकर पहुंचे पुरोहित रमाकांत मिश्रा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पर गुहार लेकर पहुंचे पुरोहित रमाकांत मिश्रा। ले गये थाने, जबरन कटवाया 50 हजार का चेक बुजुर्ग दम्पत्ति ने एसएसपी को दिये प्रार्थना पत्र में लिखा है कि स्थानीय पुलिस उन्हें रात में घर से थाने लेकर आयी और रातों-रात दबंगों को चेक के जरिये 50 हजार रुपये कथित ‘गुंडा टैक्स’ दिलवा दिया।
दम्पत्ति ने जिले के पुलिस कप्तान से अपनी सुरक्षा की गुहार लगायी है। पुरोहिती करके कुटुम्ब की आजीविका चलाने वाले बुजुर्ग रमाकांत मिश्रा ने पत्र के माध्यम से पुलिस अधिकारी को इस बात की भी जानकारी दी है कि चेक लेने वाले दबंगों से उन्हें खतरा बना हुआ है। एसएसपी को दिये गये अप्लीकेशन में बुजुर्ग पुरोहित रमाकांत मिश्रा ने आरोप लगाया है कि 13 जून की रात क्षेत्रीय चौकी इन्चार्ज अपनी टीम के साथ मेरे घर आये और मुझे थाने ले गये। थाने में मुझ पर पुलिस और अंजान दलालों की ओर से दबाव दिया जाने लगा कि पैसे दे दो, हमारी वजह से ही तुम्हारा पैसा आया है।
रमाकांत ने आरोप लगाया है कि मुझसे जबरन पैसे मांगे जाने लगे। जब मैंने कहा कि मेरे पास नकद पैसे नहीं हैं तो मुझसे चेक काटने को कहा गया। इसके बाद पुलिस के लोग मुझे मेरे घर लेकर आये और मेरे हाथ से चेक कटवाकर तीन अज्ञात लोगों को पकड़ा दिया। इसके बाद पुलिस वाले ये धमकी देते हुए चले गये कि अगर इस बात कि भनक भी किसी को लगी तो तुम्हें बर्बाद कर दूंगा।घर से बाहर निकलने में लग रहा डर पूरे प्रकरण के बाद पुरोहित रमाकांत मिश्रा का परिवार डरा और सहमा है।
रमाकांत ने कहा कि हर समय भय लगा रहता है, पत्नी भी घर से बाहर निकालने से मना करती है। रमाकांत का परिवार इतना भयभीत है कि वो उन्हें धमकाने वालों का नाम लेने से भी घबरा रहा है। रमाकांत मिश्रा कि पत्नी कमलावती मिश्रा ने बताया कि कुछ दिन पहले हमारे लड़के को भी कुछ लोग जान से मारने कि धमकी दिये थे। धमकी देने वालों को हम लोग नहीं जानते।
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बता दें कि श्रीकाशी विश्वनाथ कारिडोर योजना का समर्थन करने वाले रमाकांत मिश्रा ने अपने मकान की रजिस्ट्री मंदिर के पक्ष में नौ जून 2018 को कर दिया था। 12 जून को रमाकांत के खाते में 23 लाख रुपये आ गए। जैसे ही रमाकांत मिश्रा के खाते में 23 लाख रुपये आये बिचौलिए गुंडों की टीम रमाकांत के पीछे पड़ गयी। पुरोहित रमाकांत मिश्रा के परिवार पर संकट के बादल घिर गये हैं। अब परिवार की सुरक्षा के लिए रमाकांत अफसरों के चौखट के चक्कर लगा रहे हैं।दलाल कह रहे, हमने दिलाया है पैसा बुजुर्ग रमाकांत से पूछने पर कि उन लोगों ने आपका क्या काम किया है, पर उन्होंने कहा कि ”कुछ नहीं, बस उनका कहना था कि आपने मकान कि रजिस्ट्री कराई है और हमने मंदिर अधिकारियों से आपको पैसा दिलवाया है।
वाराणसी की एक गली कॉरीडोर में पनपे कई बिचौलिये दरअसल, सभी विकास कार्यों में बट्टा लगाने वाले कुछ ऐसे लोग पनप रहे हैं जो योजनाओं के क्रियान्वयन के समय सरकारी अमलों की सेवा-सत्कार करते हैं और योजना के सभी पहलुओं की जानकारी प्राप्त करने के बाद, उसके दायरे में आने वाले आम लोगों का शोषण करते हैं। बुजुर्ग पुरोहित के लिये आगे आयी संघर्ष समिति श्री काशी विश्वनाथ कारिडोर योजना की घोषणा के बाद से ही क्षेत्रीय लोगों का एक संगठन धरोहर बचाओ संघर्ष समिति लगातार सरकार से योजना के ब्लूप्रिंट की मांग कर रहा है।
अब धरोहर बचाओ संघर्ष समिति ने भी पुरोहित रमाकांत मिश्रा की पूरी मदद करने का आश्वासन दिया है। नहीं होने देंगे अन्याय धरोहर बचाओ संघर्ष समिति के सदस्य कृष्ण कुमार शर्मा और संयोजक राजनाथ तिवारी ने बताया कि समिति के संज्ञान में पुरोहित रमाकांत मिश्रा का मामला नहीं आया है। अब जब हमें इस बात की जानकारी हुई है तो हम पुरोहित रमाकांत मिश्रा को आश्वस्त करते हैं कि उनके साथ किसी भी हाल में अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।