सामान्य हिंदी की जगह दिया निबंध का पेपर, आयोग ने दिए जांच के आदेश
पीसीएस परीक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा में सामान्य हिंदी की जगह निंबध का पेपर बांट दिया गया। नाराज परीक्षार्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार करके सड़क पर उतर आए। मामले को गंभीरता से लेते हुए यूपी लोक सेवा आयोग ने जांच के आदेश दे दिए है।
छात्रों ने लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष आवास का किया घेराव
मामले की जांच के लिए लोक सेवा आयोग ने तीन सदस्यों की कमेटी भी गठित कर दी है। शहर के एक केंद्र में सामान्य हिन्दी की जगह निबंध का पेपर बांट दिया गया। जिससे भड़के छात्र परीक्षा का बहिष्कार कर सड़क पर उतर आए और लोक सेवा आयोग अध्यक्ष के आवास का घेराव शुरू कर दिया।
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गौरतलब है कि पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा सोमवार से इलाहाबाद के 17 और लखनऊ के 11 केंद्रों पर शुरू हुई है। 18 जून से सात जुलाई तक चलने वाली इस परीक्षा के लिए 13664 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। विवादों में रही इस परीक्षा को पहले दिन 1383 अभ्यर्थियों ने छोड़ दिया था। मंगलवार को सुबह की पाली में सामान्य हिन्दी का पेपर था। शहर में राजकीय इंटर कॉलेज में सुबह जब पेपर बंटे तो छात्र यह देखकर अचंभित हो गए कि उन्हें सामान्य हिन्दी की जगह निबंध का पेपर दिया गया।
छात्रों ने परीक्षा का बहिष्कार कर किया नारेबाजी
छात्रों का आरोप है कि जब उन्होंने आपत्ति जताई तो उन पर निबंध का पेपर ही हल करने का दबाव बनाया गया। जिस पर पूरे परीक्षा केंद्र के छात्रों ने परीक्षा का बहिष्कार कर नारेबाजी शुरू कर दी। जिससे परीक्षा केंद्र पर अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। गुस्साए छात्रों ने कॉलेज से कुछ दूरी पर ही स्थित लोक सेवा आयोग अध्यक्ष के घर का घेराव कर दिया जिसे देखते हुए अध्यक्ष के घर के बाहर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई है। उधर इस संबंध में अभी आयोग की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है।
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