पेट्रोल पंप धोखाधड़ी मामले में अब तक हो चुकी हैं इतनी गिरफ्तारियां
उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल खरीदारी करने वालों को ठगने के लिए चिप का इस्तेमाल करने के सिलसिले में 23 लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बताया कि लखनऊ में सात पेट्रोल पंपों को सील किया गया है।
गिरफ्तार किए गए लोगों में से नौ पेट्रोल पंपों के मालिक, नौ प्रबंधक, चार कर्मचारी और एक इलेक्ट्रीशियन हैं। कुछ चुनिंदा पेट्रोल पंपों पर कथित गड़बड़ी की उपभोक्ताओं की शिकायत के बाद पुलिस महानिदेशक सुल्खान सिंह ने एसटीएफ को जांच सौंपी थी।
अधिकारी ने बताया कि जांच से एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ, जिसके बाद ये गिरफ्तारियां हुईं। डीजीपी सिंह ने सभी जिला न्यायाधीशों को एडवाइजरी जारी की है, ताकि इस तरह के अपराध फिर न हों।
एक अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक पेट्रोल पंप पर इन चिपों का इस्तेमाल कर प्रतिदिन 50,000 रुपये की धोखाधड़ी की जा रही थी। चिप की मदद से उभोक्ताओं को कम पेट्रोल दिए जाते थे, जबकि पैसा पूरे का लिया जाता था।
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एसटीएफ द्वारा की गई छापेमारी में कई मशीनें, चिप और रिमोट कंट्रोल बरामद किए गए। गिरफ्तार किए गए लोगों में राजेंद्र, वीरेंद्र सिंह भदौरिया, शरद चंद्र वैश्य, राजन अवस्थी, अशोक कुमार पाल, अनूप मित्तल, हसीब अहमद, गोविंद पांडे और प्रेम कुमार ओझा हैं।