क्यों खफा- खफा से नजर आते हैं जनाब

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उत्तर प्रदेश में योगी सरकार को सत्ता में आए आज एक साल पूरे हो गए। इस मौके पर योगी सरकार ने अपने एक साल के कामों का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। इस मौके पर योगी कैबिनेट के मंत्री समेत कई केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे। चुनावों के दौरान किए गए वादों पर योगी सरकार ने कहा कि ‘उनकी सरकार ने प्रदेश से गुंडाराज को खत्म किया, भ्रष्टाचार को खत्म किया है और पिछली सरकार में जो अपराध आसमान छू रहा आज हमारी सरकार में अपराधी जेल से खुद चिट्ठी लिखकर अपराध न करने की कसमें खा रहे हैं। किसानों का कर्ज माफ कर उनके चेहरे पर मुस्कान वापस की है।’ वहीं दूसरी तरफ उन्हीं के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर योगी सरकार के कामकाज से नाराज हैं और उन्होंने सरकार पर जमकर हमला बोला। ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि जिन वादों के दम पर बीजेपी सत्ता में आई थी आज उसे भूल चुकी है।

‘हमने गठबंधन सिर्फ हाजिरी देने के लिए नहीं किया’

राजभर ने कहा, ‘हमसे न तो बीजेपी ने सम्पर्क किया है और न ही विपक्ष ने। इसलिए हमने विकल्प खुले रखे हैं। हम बीजेपी नहीं है, बल्कि अलग पार्टी हैं। गठबंधन धर्म के तहत बीजेपी ने न उम्मीदवार तय करते वक्त हमसे पूछा और न ही नामांकन के लिए बुलाया। ये लोग कहते कुछ और हैं…करते कुछ और हैं। संगठन से लेकर सरकार तक के किसी कार्यक्रम में हमें पूछा नहीं जाता, न ही राय ली जाती है। गठबंधन में हम क्या केवल हाजिरी देने के लिए हैं? इसलिए हम आंख मूंद कर हर फैसले के साथ नहीं खड़े हो सकते।

‘राज्यसभा में वोट करने पर नहीं है कोई विचार’

योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि राज्यसभा(Rajya Sabha) के चुनाव में उनकी पार्टी बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में ही मतदान करेगी, इस संबंध में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। बीजेपी नेताओं पर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 325 सीटों के नशे में ये लोग पागल होकर घूम रहे हैं।

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‘बीजेपी गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रही’

सरकार में कथित उपेक्षा पर उन्होंने कहा, ‘हमलोग सरकार और एनडीए का हिस्सा हैं, लेकिन बीजेपी गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रही है। मैं अपनी बात सबके सामने रख रहा हूं, लेकिन ये लोग 325 सीटों के नशे में पागल होकर घूम रहे हैं। सरकार (यूपी) सरकार का फोकस केवल मंदिरों पर है, गरीबों के कल्याण पर नहीं। हम कैसे भूल जाएं कि विधानसभा चुनाव में गरीबों ने हमें वोट दिए थे। आजकल बात तो खूब हो रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका कोई असर नहीं दिखता।’योगी सरकार के एक साल पूरे होने के बाद आज कैबिनेट की बैठक हुई लेकिन ओम प्रकाश राजभर मीटिंग में हिस्सा लेने भी नहीं पहुंचे।

बीजेपी के लिए होगी मुश्किल

गौरतलब है कि यूपी में नौवें उम्मीदवार के लिए बीजेपी के पास सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चार विधायकों समेत 28 वोट हैं। जीतने के लिए 37 वोट चाहिए। अभी पार्टी को 9 वोटों की व्यवस्था करनी है। राजभर अगर साथ नहीं देते तो बीजेपी के पास 24 विधायक ही रह जाएंगे। इससे बीएसपी उम्मीदवार आसानी से जीत जाएगा।

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