जाधव से मिलने के बाद परिवार ने सुषमा स्वराज से की मुलाकात
पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव से इस्लामाबाद में मुलाकात कर लौटीं उनकी मां और पत्नी ने मंगलवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। सुषमा स्वराज के नई दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास में हुई इस मुलाकात में जाधव के पिता और इस्लामाबाद में उनके साथ रहे भारत के उप उच्चायुक्त जेपी सिंह भी मौजूद थे।
बता दें कि पाकिस्तान में कथित रूप से जासूसी के आरोप में जेल में बंद कुलभूषण जाधव से उनकी पत्नी चेतनकुल और मां अवंती ने सोमवार को विदेश मंत्रालय में मुलाकात की थी। पिछले साल मार्च में गिरफ्तारी के बाद से जाधव की अपनी परिवार से हुई इस पहली मुलाकात के दौरान उनके बीच कांच की एक दीवार थी।
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने इस मुलाकात को लेकर कहा था, ‘पाकिस्तान ने कायदे आज़म मोहम्मद अली जिन्नाह की जयंती के मौके पर मनावीय आधार पर कुलभूषण जाधव को उनकी मां और पत्नी से मिलने की इजाजत दी है।’ इस मुलाकात के दौरान परिवार के बीच कांच की दीवार को लेकर कई सवाल भी उठे। हालांकि फैसल ने कहा कि मुलाकात सकारात्मक रही और उन लोगों ने विस्तार से बात कीं। उन्होंने कहा, ‘यह स्पष्ट रूप से समझ लेना चाहिए कि यह अंतिम मुलाकात नहीं है।’
इस मुलाकात के बाद पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने जाधव का एक नया वीडियो संदेश भी जारी किया, जिसमें उन्हें अपनी पत्नी और मां से मुलाकात कराने के लिए पाकिस्तान सरकार का शुक्रिया अदा करते देखा जा सकता है।
भारत इस बीच जाधव को राजनयिक मदद मुहैया कराने की कई बार मांग कर चुका है, लेकिन पाकिस्तान अब तक ये मांग ठुकराता है। ऐसे में विदेश मंत्रालय के मुताबिक, भारत अब 23वीं बार जाधव के लिए कौंसुलर एक्सेस की मांग करेगा। वहीं कंसुलर संपर्क प्रदान करने के एक सवाल पर फैसल ने कहा, ‘इस पर सारे फैसले पाकिस्तान के कानून और हितों के आधार पर लिए जाएंगे।’ दरअसल पाकिस्तान जाधव को भारतीय कंसुलर संपर्क प्रदान करने से इस आधार पर बार बार मना करता रहा है कि जासूसी से जुड़े मामलों में ऐसा नहीं हो सकता।
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पाकिस्तान का दावा है कि उसके सुरक्षा बलों ने जाधव को उसके अशांत बलूचिस्तान प्रांत से गिरफ्तार किया था। उनका आरोप है कि जाधव ईरान के रास्ते से पाकिस्तान में घुसे थे। उनके पास एक भारतीय पासपोर्ट था, जिसमें उनकी पहचान हुसैन मुबारक पटेल के रूप में की गई। हालांकि भारत का कहना है कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया था, जहां वह भारतीय नौसेना से रिटायर होने के बाद कारोबार के सिलसिले में थे।
पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने 47 वर्षीय जाधव को कथित जासूसी और आतंकी वारदातों को अंजाम देने का दोषी करार देते हुए मौत की सज़ा सुनाई थी। इसके बाद भारत ने मई में हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अदालत का रुख किया था, जिसमें इस मामले में अंतिम फैसला आने तक जाधव की मौत की सजा की तामील पर लगा दी गई थी। इस मामले में मार्च या अप्रैल में एक और सुनवाई हो सकती है।
(साभार- न्यूज18)