भारत ने श्रीलंका को 5 विकेट हरा 3-0 किया क्लीन स्वीप
भारत और श्रीलंका के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे टी-20 में चाहे भारत ने तीन युवा प्लेयरों को खेलने का मौका दिया लेकिन मैच जीतने के लिए आखिरकार तुजुर्बा ही काम आया। श्रीलंका के 135 रन का आसान लक्ष्य एक समय भारतीय टीम के लिए भारी पड़ सकता था जब 24 गेंद में जीतने के लिए 28 रन चाहिए थे। तभी मनीष पांडे बोल्ड हो गए। लेकिन इसके बाद खेलने आए एमएस धोनी और दिनेश कार्तिक ने भारतीय पारी को संभाला। सात गेंदों पर जब नौ रन चाहिए थे तभी दिनेश कार्तिक ने प्रदीप की बॉल पर लॉन्ग ऑन पर लंबा छक्का लगाकर भारत की राह आसान कर दी। अब जीतने के लिए एक ओवर में केवल तीन रह ही चाहिए थे। सामने थे- धोनी। पहली ही गेंद पर उन्होंने शॉट लगाई और एक रन के लिए दौड़े। बॉल जब वापस आई तो श्रीलंकाई फील्डर उसे पकड़ नहीं पाए। मिस फील्ड का एक और रन धोनी ने भाग लिया। अब 5 गेंद पर केवल एक रन चाहिए था। बैटिंग पर थे धोनी। श्रीलंकाई प्लेयर्स ने फील्डिंग मुस्तैद की लेकिन धोनी के आगे उनकी नहीं चली। धोनी ने फ्लिक पर चौका लगाकर भारत को पांच विकेट से आसानी से मैच जीता दिया। इससे भारत ने श्रीलंका को टी-20 सीरिज में भी 3-0 से हराकर क्लिन स्वीप कर दिया।
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इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर श्रीलंका को पहले बैटिंग का निमंत्रण दिया। श्रीलंका ने 20 ओवर में सात विकेट खोकर 135 रन बनाए। इसके बाद 136 रन के लक्ष्य का पीछा करने के लिए भारतीय सलामी जोड़ी रोहित शर्मा और लोकेश राहुल मैदान में आए। दोनों ने आते ही सधी शुरुआत दी। दूसरे टी-20 में सबसे तेज शतक बनाने वाले रोहित ने दो ओवर खत्म होने तक सात गेंदों पर सिर्फ एक रन बनाया था। लेकिन तीसरे ओवर में ही उन्होंने धनंजय को पुल शॉट से चौका मार अपने इरादे साफ कर दिए। इसके बाद वह लॉन्ग ऑफ पर सीधा छक्का मार अपना स्कोर 10 गेंदों में 11 पर ले आए। फिर एक रन लेकर अपने पास स्ट्राइक रखी। चौथे ओवर में राहुल (4) के खिलाफ पगबाधा की अपील की गई। अंपायर कॉल होने के कारण इसे डीआरएस में भी आउट करार दिया गया। फिर मैदान में बैटिंग करने आए वनडे सीरिज में लगातार दो फिफ्टी लगाने वाले श्रेयस इय्यर।
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उधर राहुल ने आक्रमक शॉट खेलने जारी रखे। लेकिन सातवें ओवर में वह शनाका की गेंद को जोर से मारने के चक्कर में कुशल परेरा को कैच थमा बैठे। अपनी 20 गेंद में 27 रन की पारी के दौरान राहुल ने चार चौके और एक छक्का भी लगाया। रोहित के आउट होने के बाद मनीष पांडे क्रीज पर आए। उन्होंने धीमी शुरुआत की। वहीं ईय्यर ने भी ब्राउंड्री से ज्यादा स्ट्राइट बदलने पर ही जोर दिया। इय्यर एक चौका और एक छक्का लगाकर अपना स्कोर 30 तक ले गए लेकिन तभी एक रन लेने के चक्कर में आउट हो गए। उन्हें धनंजय ने थ्रो कर आउट किया। इय्यर का विकेट गंवाने तक भारत 81 रन बना चुका था। पांड्या भी कुछ कमाल नहीं कर पाए। चार रन बनाकर ही शनाका का शिकार हो गए। उन्हें विकेट के पीछे डिकवेला ने कैच किया। भारत को 24 गेंद में जीतने के लिए 28 रन चाहिए थे। इसी बीच मनीष पांडे (32) चमीरा की गेंद पर बोल्ड हो गए।
इससे पहले भारत का टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला सही साबित हुआ जब तेज गेंदबाज जयदेव उनदकट ने पिछले मैच में खतरनाक नजर आ रहे डिकवेला को 1 रन पर मोहम्मद सिराज के हाथों आउट करा दिया। वहीं टी-20 में पर्दापण कर रहे वाशिंगटन सुंदर ने भी अपनी दूसरी ही ओवर में कुसल परेरा को महज चार रन पार ही पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। भारतीय गेंदबाजों के आगे श्रीलंकाई गेंदबाज संघर्ष करते नजर आए। आखिर 20 ओवरों में श्रीलंका ने सात विकेट पर 135 रन बनाकर भारत को जीतने के लिए 136 का टारगेट दिया।
इससे पहले श्रीलकाई पारी के चौथे ओवर में ही थरंगा को 11 रन पर आउट कर जयदेव ने श्रीलंका का स्कोर 18/3 ला खड़ा किया। समाराविक्रम ने श्रीलंका की पारी को संभालने की कोशिश की। 3 चौके लगाकर 21 रन तक पहुंच गए लेकिन इस बार हार्दिक पांड्या ने उन्हें कार्तिक के हाथों कैच आउट कर भारत को फिर से मैच पर कब्जा दिला दिया। इसके बाद गुणारत्ने ने श्रीलंका पारी को संभाला। शानदार शॉट लगाए लेकिन उनका साथ देने आए गुणातिल्के भी तीन रन पर हार्दिक पांड्या को कैच थमा बैठे। कुलदीप यादव ने उनका विकेट लिया। बैटिंग करने श्रीलंकाई कैप्टन थिसारा परेरा मैदान में आए। गुणारत्ने के साथ मिलकर उन्होंने स्कोर आगे बढ़ाया। परेरा ने इंदौर टी-20 वाला अपना रंग दिखाते हुए 2 चौके जड़े। लेकिन 6 गेंद पर 11 रन के स्कोर पर उन्हें सिराज ने ही रोहित के हाथों कैच करवाकर श्रीलंका की कमर तोड़ दी। गुणारत्ने ने फिर शनाका के साथ पारी संभाली। लेकिन तभी 111 रन के स्कोर पर गुणारत्ने (36) हार्दिक पांड्या की गेंद पर कुलदीप यादव को कैच थमा बैठे।
गुणारत्ने के आउट होने के बाद शनाका और धनंजय अपनी टीम के स्कोर को 135 तक ले आए। शनाका ने 24 गेंद में 29 तो धनंजय ने 7 गेंद में 11 रन बनाए। दोनों की जोड़ी ने सिराज के आखिरी ओवर में दो चौके और एक लंबा छक्का लगाया। शनाका का लगाया छक्का मैच का सबसे रोचक क्षण था। बॉल लॉग ऑन पर स्टेडियम के बाहर चली गई।
भारत टी-20 सीरिज पहले ही दो मैच कब्जे में कर जीत चुकी है। ऐसे में भारत की ओर से अपनी एकादश में तीन नए चेहरों को जगह दी गई। जयदेव उनदकट, वाशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज। उनदकट और सुंदर ने इस फैसले को सही साबित करते हुए अपने शुुरुआती ओवरों में ही श्रीलंकाई बल्लेबाजों के विकेट निकाल लिए।
सबसे ज्यादा टी20 जीतने वाली टीम बन सकती है इंडिया
– भारतीय टीम ने इस साल 8 टी20 मैच जीते हैं। 2017 में सबसे ज्यादा जीत के मामले में वो फिलहाल, पाकिस्तान (8 जीत) की बराबरी पर है।
– टीम इंडिया अगर आखिरी मैच जीतती है तो वो साल में सबसे ज्यादा टी20 मैच जीतने वाली टीम बन सकती है।
– टीम इंडिया इस साल टेस्ट (7 जीत) और वनडे (21 जीत) फॉर्मेट में पहले से ही सबसे ज्यादा मैच जीतने वाली टीम है।
घरेलू जमीन पर 3-0 से जीत का गोल्डन चांस
– भारत ने घरेलू जमीन पर तीन मैचों की टी20 सीरीज में अब तक किसी टीम का क्लीन स्वीप नहीं किया है। ऐसे में इस मैच को जीतकर वो ये सपना पूरा कर सकती है।
– विदेशी जमीन पर भारत एक बार 3-0 से टी20 सीरीज जीत चुका है। जनवरी 2016 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 3-0 से हराया था।
(साभार- पंजाब केसरी)