राहुल गांधी बने पार्टी के अध्यक्ष, कांग्रेस में खुशी की लहर
राहुल गांधी अब कांग्रेस अध्यक्ष बन गए हैं। सोमवार दोपहर पार्टी की ओर से यह ऐलान कर दिया गया। कांग्रेसी नेता मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने बताया कि राहुल को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। उन्होंने बताया कि राहुल के पक्ष में 89 नामांकन प्रस्ताव मिले थे। सभी के सभी वैध मिले। रामचंद्रन ने कहा कि चूंकि एक ही प्रत्याशी का नामांकन मिला, इसलिए राहुल गांधी को इंडियन नैशनल कांग्रेस का अध्यक्ष चुन लिया गया। राहुल गांधी अब अपनी मां सोनिया गांधी की जगह लेंगे। सोनिया पिछले 19 सालों से पार्टी की कमान संभाल रही थीं। बीते कुछ वक्त से उनकी तबीयत खराब चल रही थी।
राहुल के कंधे पर कांग्रेस की नैय्या
राहुल गांधी ऐसे वक्त में अध्यक्ष का कमान संभालने जा रहे हैं, जब पार्टी को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी के हाथ में अब चंद राज्यों में ही सत्ता बची हुई है। राहुल गांधी के सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल को उठाना होगा। आक्रामक बीजेपी के कांग्रेस मुक्त भारत अभियान से निपटना भी बड़ी चुनौती होगी। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने की वजह से कांग्रेस में युवा नेताओं के अच्छे दिन आ सकते हैं।
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शीर्ष नेतृत्व में हो सकता है बदलाव
वहीं, वरिष्ठ और पुराने नेताओं को किनारे लगाया जा सकता है। आने वाले दिनों में कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में बदलाव की संभावना भी है।राहुल गांधी के अध्यक्ष चुनाव पर विवाद भी हो चुका है। पार्टी नेता शहजाद पूनावाला ने चुनाव प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाया था। इस आरोप को लेकर बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कांग्रेस पर तीखे हमले किए थे। वहीं, सोशल मीडिया पर आलोचकों का कहना है कि अध्यक्ष चुनाव का नतीजा पहले से ही फिक्स्ड है और परिवारवाद के तहत राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाया जा रहा है।
हालांकि, पार्टी ने बीजेपी पर पलटवार किया था। कांग्रेस ने पूछा था कि बीजेपी में कब अध्यक्ष पद के मतदान हुए हैं? बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के अस्तित्व में आने के बाद से ही आज तक अध्यक्ष पद के लिए भी एक बार भी मुकाबला नहीं हुआ। पार्टी का कहना है कि अध्यक्ष पद के लिए आम सहमति बनाने के बाद ही उम्मीदवार का नाम आगे बढ़ाया गया।
साभार- जनसत्ता