हिंसा के बीच उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव सम्पन्न
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के बाद सूबे में निकाय चुनाव बुधवार को सम्पन्न हो गया। ये चुनाव कुल तीन चरणों में हुए हैं, जिनके तहत पहला और दूसरा चरण क्रमशः 22 और 26 नवम्बर को आयोजित किये गए थे, इसी क्रम में बुधवार 29 नवम्बर को निकाय चुनाव के तीसरे चरण के तहत सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ। निकाय चुनाव के परिणाम आगामी एक दिसंबर को घोषित किये जायेंगे। तीनों चरणों में हिंसा का बोलबाला रहा।
काफी देर बाद पुलिस ने स्थिति को काबू में किया
आखिरी चरण के मतदान के दौरान भी पिछले चरण के मतदान की तरह ही गड़बड़ियां देखने को मिलीं। कहीं वोटर लिस्ट में नाम न होने के कारण मतदाताओं ने हंगामा किया तो कहीं पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को भगाया। बाराबंकी जिले में पुलिस ने पुलिस बूथ के बाहर जमा भीड़ को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज में पोलिंग एजेंट और मतदाता भी पिट गए। लाठीचार्ज से पोलिंग बूथ के बाहर भगदड़ मच गई। काफी देर बाद पुलिस ने स्थिति को काबू में किया।
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पुलिस ने ऐसा क्यों किया? अब तक ये साफ नहीं हो सका है। पोलिंग एजेंटों का कहना है कि हम पोलिंग बूथ से निश्चित दूरी पर बैठे थे। पुलिस ने बिना किसी पूछताछ या बात के लाठी चलानी शुरू कर दी।सूबे के संभल जिले में नगर निकाय चुनाव की पूर्व संध्या पर दो पार्टी प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई।
मंगलवार रात में आई आई एम और निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थक एकदूसरे पर टूट पड़े और इलाके में हंगामा करना शुरू दिया। सदर कोतवाली इलाके के सरायतरीन मोहल्ले में दोनों हुई मारपीट की घटना के बाद दबी जुबान लोगों का कहना है कि दूसरे पक्ष के प्रत्याशी पैसे से वोट खरीदने आए थे, जिसके चलते दोनों पक्षों के बीच मारपीट के बाद जमकर हंगामा हुआ।
विधायक के पूरे परिवार का नाम वोटर लिस्ट से गायब है
इसके अलावा इस बार के निकाय चुनाव में काफी गड़बड़ियां देखने को मिल रही हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में वोट देने वाले कई लोगों का नाम वोटर लिस्ट से कटा हुआ है। नाम कटने वालों में सिर्फ आम जनता ही नहीं कई विधायक और भाजपा सरकार में मंत्री भी शामिल हैं। यूपी निकाय चुनाव के दूसरे चरण में भी भाजपा सरकार के कई मंत्रियों का नाम वोटर लिस्ट से गायब था। यूपी सरकार में मंत्री नीलकंठ तिवारी, रीता बहुगुणा जोशी सहित कई नेताओं का नाम वोटर लिस्ट से गायब था। वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का सिलसिला लगातार जारी है। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के वर्तमान विधायक के पूरे परिवार का नाम वोटर लिस्ट से गायब है।
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बुलंदशहर के खुर्जा में उप जिला निर्वाचन अधिकारी समेत 237 लोगों के नाम मतदाता सूची से गायब मिले। जिसके बाद लोगों ने जमकर हंगामा किया।उप जिला निर्वाचन अधिकारी अरविंद कुमार जब वोट डालने मतदान केंद्र पहुंचे तो उनका नाम ही लिस्ट से गायब था। जिसके बाद वे बिना वोट डाले ही वापस लौट आए।वोटर लिस्ट से नाम कटने पर लोगों ने जमकर हंगामा किया। लोगों ने बीएलओ पर लापरवाही का भी आरोप लगाया।
भाजपा के प्रत्याशियों के जीत का दावा किया
मिर्ज़ापुर में भी गड़बड़ी सामने आई है। मतदाता सूची में नामों में गड़बड़ी के चलते सैकड़ों मतदाता मताधिकार से हुए वंचित। पहले चरण से लेकर आखिरी चरण तक मतदाता सूची में नाम न होने का मुद्दा बना हुआ है।कुशीनगर के विधायक रजनीकांत मणी त्रिपाठी ने कुशीनगर पूर्व माध्यमिक विद्यालय केन्द्र पर लाइन में लगकर किया मतदान। मतदान के बाद स्थानीय विधायक ने सभी नगर पालिका और नगर पंचायत को मिलाकर सभी सात सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों के जीत का दावा किया।
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